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2024 में मोदी को हरा सकते थे, लेकिन गठबंधन कमजोर था: मणिशंकर अय्यर
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कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने दावा किया है कि अगर 2024 के चुनाव में इंडिया गठबंधन को मजबूत किया जाता, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराया जा सकता था. उन्होंने गठबंधन की कमजोरियों और रणनीतिक गलतियों को पार्टी की हार का कारण बताया.
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर इन दिनों अपनी नई किताब 'A Maverick In Politics' को लेकर सुर्खियों में हैं. इस किताब के माध्यम से उन्होंने अपनी राजनीति यात्रा और कई बड़े मुद्दों पर अपनी राय साझा की है. हाल ही में आजतक से बातचीत में मणिशंकर अय्यर ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर चौंकाने वाली बातें कहीं.
अय्यर ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी सीटों की संख्या लगभग दोगुनी कर ली थी. 54 सीटों से बढ़कर यह संख्या 99 तक पहुंच गई. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अकेले चुनाव नहीं लड़ रही थी, बल्कि 'इंडिया गठबंधन' के तहत चुनावी मैदान में उतरी थी.
उन्होंने कहा, 'अफसोस की बात यह है कि कांग्रेस की तरफ से इंडिया गठबंधन पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितना देना चाहिए था. यह गठबंधन कमजोर था और इसमें कई कमियां रहीं. अगर गठबंधन को मजबूत करने पर थोड़ा और प्रयास किया जाता, तो शायद 2024 में मोदी को हराया जा सकता था.'
अय्यर ने यह भी कहा कि अगर अन्य पार्टियों को भी वही सम्मान दिया गया होता, जो हम चाहते थे कि हमारे नेताओं को मिले, तो शायद 2024 का नतीजा अलग होता.
हरियाणा चुनाव का जिक्र करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि कांग्रेस केवल 1% वोट से पीछे रह गई थी. उन्होंने यह भी बताया कि राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन करने का फैसला लिया था, लेकिन उनके अमेरिका दौरे के दौरान पार्टी में यह निर्णय बदल दिया गया. इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ना पड़ा और 1% वोट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा.
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