2016 के बाद से दो हज़ार रुपये के नकली नोटों की संख्या में 107 गुना वृद्धि: केंद्र सरकार
The Wire
लोकसभा में दिए एक लिखित जवाब में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने बताया है कि वर्ष 2016 में 2,000 रुपये के 2,272 नकली नोट ज़ब्त किए गए थे, जिनकी संख्या 2020 में बढ़कर 2,44,834 हो गई.
नई दिल्ली: लोकसभा में दिए सरकार के एक लिखित जवाब से खुलासा हुआ है कि नोटबंदी के बावजूद भी देश में जाली मुद्रा का बाजार फल-फूल रहा है.
ट्रिब्यून इंडिया ने वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी द्वारा लोकसभा में प्रस्तुत किए गए एक लिखित जवाब के हवाले से बताया है कि वर्ष 2016 से 2020 के बीच 2,000 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 107 गुना वृद्धि हुई है.
पंकज चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में प्रस्तुत किए अपने जवाब में बताया कि 2016 में 2,000 रुपये के 2,272 जाली नोट पकड़े गए थे, जबकि 2017 में 74,898, 2018 में 54,776, 2019 में 90,566 और 2020 में 24,4834 जाली नोट जब्त किए गए.
2018 को छोड़ दें, तो 2016 के बाद से यह संख्या लगातार बढ़ रही है. 2019 और 2020 के बीच, 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के नकली नोटों की संख्या में 170 प्रतिशत की वृद्ध हुई है. दूसरी ओर, बैंकिंग प्रणाली में नकली नोटों का पता लगाने की संख्या में कमी आई है.