2 साल से बिना मान्यता के चल रही Purnea University, प्रोटेस्ट में उतरे छात्र
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लंबे संघर्ष के बाद Year 2018 में Bihar के Purnea और आसपास के 4 Districts को University मिली और स्थापना होने के साथ ही यह Controversy के घेरे में चला गया. Purnea University अपना तीसरा साल पूरा करने जा रही है लेकिन परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं. यह परेशानियां हैं उन छात्रों की, जो 2 साल से पढ़ाई तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अपनी Degree की Recognition का कुछ अता पता नहीं है जिसके चलते वह अब University के खिलाफ Protest में जुड़ने लगे हैं. सरकार की इस अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही की वजह से कई छात्रों का भविष्य अंधकार में जा सकता है. जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो छात्रों का प्रोटेस्ट और बड़ा हो सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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