![2 शूटर, 3 मददगार और कत्ल... पुलिस की पहुंच से बाहर है गोगामेड़ी मर्डर केस का मास्टरमाइंड रोहित गोदारा](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202312/658961aad8f9b-20231225-250409557-16x9.jpg)
2 शूटर, 3 मददगार और कत्ल... पुलिस की पहुंच से बाहर है गोगामेड़ी मर्डर केस का मास्टरमाइंड रोहित गोदारा
AajTak
Sukhdev Singh Gogamedi Murder: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के कातिल यानी शूटर्स अब कानून के शिकंजे में हैं. उनके मददगार भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. शूटर और मददगारों से लगातार पूछताछ की जा रही है. उनसे लगातार सवाल जवाब किए जा रहे हैं. लेकिन इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कानून की पहुंच से बाहर है.
Sukhdev Singh Gogamedi Murder: श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के कत्ल के मामले में पुलिस शूटरों तक तो पहुंच गई और तीन मददगारों को भी गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन इस वारदात का मास्टरमाइंड अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर है. महज इसी वजह से गोगामेड़ी के क़त्ल की असली कहानी अब भी किसी राज की तरह पोशीदा है. पुलिस लगातार इस मामले उलझे हुए मर्डर केस की कड़ियों को जोड़ने की कवायद कर रही है. लेकिन ये केस उतना भी आसान नहीं है, जितना कि बाहर से दिखाई दे रहा है.
क्या थी दुश्मनी की वजह? सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के कातिल यानी शूटर्स अब कानून के शिकंजे में हैं. उनके मददगार भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. शूटर और मददगारों से लगातार पुलिस पूछताछ कर रही है. उनसे लगातार सवाल जवाब किए जा रहे हैं. अब तक की पूछताछ में ये तो साफ हो चुका है कि कत्ल के पीछे गोगामेड़ी और गैंगस्टर रोहित गोदारा की दुश्मनी ही सबसे बड़ी वजह है, लेकिन दुश्मनी की जड़ में वो कौन सी बात है? इसका पता लगाना अब भी बाकी है.
NIA कर रही है जांच इस बीच इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस की जांच जयपुर पुलिस से लेकर एनआईए (NIA) के हवाले की जा चुकी है. लेकिन अब एनआईए के सामने सबसे बड़ी चुनौती रोहित गोदारा तक पहुंचने की ही है, जो इस वक़्त भारत दूर पुर्तगाल या अजरबैज़ान जैसे किसी मुल्क में छुपा बैठा है. रोहित गोदारा तक पहुंचने के लिए एनआईए क्या कुछ कर रही है, इसके बारे में हम आगे आपको बताएंगे, लेकिन पहले ये जान लीजिए कि गोदारा के इशारे पर इस शूटआउट को अंजाम देने के बाद गोदारा ने अपने गुर्गों के लिए भारत से भागने का क्या और कैसा इंतजाम किया था?
चंडीगढ़ में पकड़े गए शूटर्स सूत्रों की मानें तो गोगामेड़ी को गोली मारने वाले नितिन फौजी और रोहित राठौर इस शूटआऊट के बाद नेपाल और फिर वहां से बैंकाक और उससे आगे किसी और देश में भाग जाना चाहते थे. और गोदारा ने इसके लिए लाइन अप करना भी शुरू कर दिया था. पूछताछ में शूटर्स ने बताया है कि गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद उन्हें सड़क के रास्ते ही चंडीगढ़ से नेपाल भागना था, जहां गोदारा ने उनके लिए होटल भी बुक करा रखा था. वहां कुछ दिन रुकने के बाद वो भारत से दूर निकल जाते. लेकिन इससे पहले कि ऐसा हो पाता, चंडीगढ़ के होटल से पुलिस ने दोनों शूटरों को उनके एक मददगार के साथ गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेगी NIA इस बीच एनआईए इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए इस केस के अब तक गिरफ्तार हुए किरदारों से पूछताछ कर लेना चाहती है. ताकि अब तक कहानी साफ हो सके. एनआईए ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के लिए उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी भी लगाई है. जयपुर पुलिस की जांच के हवाले से अब तक एनआईए को इस केस से जुड़ी जो बातें पता चल चुकी हैं,
रोहित गोदारा है मास्टरमाइंड उसके मुताबिक, इस वारदात का मास्टरमाइंड गैंगस्टर रोहित गोदारा है, जिसके सबसे बड़े गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा से नजदीकी रिश्ते हैं. गोदारा ने अपने गुर्गे वीरेंद्र चारण के जरिए गोगामेड़ी के कत्ल की सुपारी दो शूटरों नितिन फौजी और रोहित राठौर को दी थी. जिन्हें जयपुर में रामबीर, महेंद्र मेघवाल और पूजा सैनी जैसे गैंगस्टरों ने मदद की, लोकर सपोर्ट दिया. जबकि इस शूटआउट में मारा गया नवीन शेखावत भी गोदारा और वीरेंद्र चारण के के इशारे पर शूटरों की मदद कर रहा था. इसी तरह उधम सिंह नाम का एक और बदमाश वारदात के बाद शूटरों को छुपने में उनकी मदद कर रहा था. वीरेंद्र चारण को इस शूटआउट के लिए शूटरों तक पहुंचने में जिन दो बदमाशों ने मदद की, उनकी पहचान भोंडसी जेल में बंद रोनी रूाजपूत और राहुल के तौर पर हुई है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206142332.jpg)
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान बुधवार को संपन्न हो चुके हैं. 8 फरवरी को चुनाव के परिणाम आने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सत्ता की चाबी पाने के लिए उत्सुक है. वहीं, आम आदमी पार्टी जीत की हैट्रिक लगाने की सोच रही है. सो सॉरी के इस खास संस्करण में देखें पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बीच पॉलिटिकल मुशायरा.
![](/newspic/picid-1269750-20250206140735.jpg)
अमेरिका से डिपोर्ट हुए आकाश के परिवार के उनके डंकी रूट से अमेरिका में एंट्री करने के कुछ वीडियो साझा किए हैं, जिसमें वह पनामा के घने जंगलों में अन्य अवैध अप्रवासियों के साथ डेरा डाले हुए है. वीडियो में महिलाएं और बच्चे नदी से गुजरते हुए दिख रहे हैं. जंगल में कई जगह कीचड़ होने की वजह से उनके पैर पूरी तरह सन चुके हैं. परिवार ने बताया कि आकाश ने 10 महीने पहले भारत छोड़ा और 26 जनवरी को अमेरिका में एंट्री करने के लिए मैक्सिको बॉर्डर लांघ दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250206135028.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के विपरीत हमारा मंत्र 'सबका साथ, सबका विकास' है. मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न देने योग्य नहीं समझा. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए ठोस काम किए हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250206133703.jpg)
केरल में जहर देकर अपने बॉयफ्रेंड की हत्या के मामले में सेशंस कोर्ट द्वारा फांसी की सजा को युवती ग्रीष्मा ने हाई कोर्ट में चुनौती दी है. उसने निचली अदालत के फैसले को गलत ठहराते हुए कहा कि बिना तथ्यों के आधार पर उसके खिलाफ फैसला सुना दिया गया क्योंकि इसके लिए कोर्ट के ऊपर दबाव था. हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत से सभी दस्तावेज मांगे हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250206130215.jpg)
दिल्ली के सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में बुर्के को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया है कि वे बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग करवा रहे हैं. इसके जवाब में विपक्ष का कहना है कि बीजेपी मुस्लिम महिलाओं को वोट देने से रोक रही है. चुनाव आयोग के अनुसार, प्रत्येक वोटर को मतदान से पहले चेहरा दिखाना अनिवार्य है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206130150.jpg)
अमेरिका में अवैध प्रवासी घोषित किए गए 104 भारतीय नागरिकों को भारत वापस भेज दिया गया है. अमेरिकी सेना के खास विमान में इन सभी भारतीयों को अपराधियों की तरह हाथ-पैर बांधकर भारत लाया गया. भारतीय नागरिकों को इस तरह से वापस भेजना भारत में बहस का विषय बना हुआ है. इसी बीच नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की ओर से बयान जारी किया गया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206115426.jpg)
अमेरिका से डिपोर्ट हुए आकाश के परिवार के उनके डंकी रूट से अमेरिका में एंट्री करने के कुछ वीडियो साझा किए हैं, जिसमें वह पनामा के घने जंगलों में अन्य अवैध अप्रवासियों के साथ डेरा डाले हुए है. वीडियो में महिलाएं और बच्चे नदी से गुजरते हुए दिख रहे हैं. जंगल में कई जगह कीचड़ होने की वजह से उनके पैर पूरी तरह सन चुके हैं. परिवार ने बताया कि आकाश ने 10 महीने पहले भारत छोड़ा और 26 जनवरी को अमेरिका में एंट्री करने के लिए मैक्सिको बॉर्डर लांघ दिया.