2 बच्चों की मां को फेसबुक पर प्यार... प्रेमी, पति और खुद तीनों हैं मूक बधिर, पुलिस की एंट्री से आया ट्विस्ट
AajTak
हिमाचल प्रदेश की एक मूक-बधिर महिला को फेसबुक के जरिए भरतपुर निवासी मूक बधिर लड़के के साथ प्यार हो गया. वह कई वर्षो से प्रमी के साथ रह रही थी. मूक बधिर महिला का मूक बधिर पति भी दर्जी का काम करता है और प्रेमी भी दर्जी का काम करता है.
राजस्थान के भरतपुर में अजब प्रेम की गजब कहानी देखने को मिली है. हिमाचल प्रदेश की रहने वाली मूक-बधिर विवाहित महिला को राजस्थान के भरतपुर निवासी युवक से फेसबुक पर प्रेम हो गया. करीब ढाई वर्ष पहले महिला अपने घर को छोड़कर भरतपुर अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए आ गई. ऐसे में महिला के पति ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई. हैरानी की बात यह है कि महिला का पति भी मूक बधिर है और प्रेमी भी मूक बधिर.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में गांव बोहरा निवासी मूक बधिर बृजबाला की शादी हिमाचल प्रदेश के अशोक कुमार के साथ 14 वर्ष पहले हुई थी. उनके दो बच्चे भी हैं. करीब ढाई वर्ष पहले बृजबाला को फेसबुक पर राजस्थान (भरतपुर) के गोविंद सैनी के साथ फ्रेंडशिप हो गई. इसके बाद दोनों के बीच प्यार हो गया. प्रेम प्रसंग होने के बाद महिला अपने घर को छोड़कर भरतपुर में प्रेमी गोविंद सैनी के साथ रहने लगी. महिला का पति भी दर्जी का काम करता है और प्रेमी गोविंद सैनी भी दर्जी है.
पति की शिकायत पर हिमाचल प्रदेश पुलिस के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह भरतपुर के मथुरा के थाने पहुंचे. हिमाचल प्रदेश पुलिस के साथ महिला का पति अशोक कुमार भी साथ आया था. प्रेमी गोविंद सैनी के पिता मोहन सिंह सैनी ने बताया कि फोन के जरिए मेरे बेटे और महिला के बीच बातचीत होती थी. जिसके बाद यह महिला करीब ढाई वर्ष पहले हमारे घर आ गई थी.
हिमाचल पुलिस के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि अशोक कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी. उसकी पत्नी बृजबाला भरतपुर में रह रही है. जिसके बाद हम यहां आए और महिला को लेकर जा रहे हैं. भरतपुर में थाना प्रभारी रामनाथ गुर्जर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की महिला को फेसबुक के जरिए भरतपुर निवासी गोविंद से प्यार हो गया था. वह कई वर्षो से यहां रह रही थी. महिला के पति ने हिमाचल प्रदेश में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश पुलिस भरतपुर आई और महिला को ले गई.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.