1971 भारत-पाकिस्तान जंग: जब भारत की मिसाइल बोटों ने किया कराची पर हमला- विवेचना
BBC
1971 युद्ध के 50 वर्ष की आठवीं कड़ी में पढ़िए भारतीय नौसेना के ऑपरेशन ट्राइडेंट की कहानी जब उसकी मिसाइल बोटों ने कराची पर हमला किया था.
1971 की लड़ाई से पहले भारत के नौसेनाध्यक्ष एडमिरल एसएम नंदा ने ब्लिट्ज़ अख़बार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने नौसेना के अपने करियर की शुरुआत कराची से की थी.
इसलिए उन्हें कराची बंदरगाह के लेआउट का पूरा अंदाज़ा है. अगर उन्हें मौक़ा मिलता है तो वो कराची बंदरगाह में आग लगाने से नहीं चूकेंगे.
इस बीच भारतीय नौसेना ने अपने नौसैनिक ठिकानों की सुरक्षा के लिए सोवियत संघ से कुछ मिसाइल बोट ख़रीदने का फ़ैसला किया. कैप्टेन केके नैयर के नेतृत्व में भारतीय नौसैनिक अधिकारियों का दल सोवियत संघ भेजा गया ताकि वो सोवियत विशेषज्ञों से इस जटिल मिसाइल बोट को चलाने का प्रशिक्षण ले सकें.
इस दल ने सोवियत नगर व्लाडिवॉस्टक में न सिर्फ़ इन मिसाइल बोटों को चलाने की ट्रेनिंग ली बल्कि रूसी भाषा में भी महारत हासिल कर ली.
जब भारतीय नौसैनिक सोवियत संघ में प्रशिक्षण ले रहे थे तो कैप्टन नैयर ने अपनी टीम से सवाल किया कि क्या इन मिसाइल बोटों का इस्तेमाल रक्षण के बजाए आक्रमण में भी किया जा सकता है?