13 साल बाद पकड़ा गया था बम एक्सपर्ट आरिज खान, 165 लोगों की हत्या का है आरोप
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आरिज खान बम बनाने और धमाके करने का एक्सपर्ट माना जाता है. वो एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल था. उसके सिर पर 10 लाख का इनाम रखा गया था. बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 15 लाख का इनाम घोषित किया था. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरिज खान कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं है.
दिल्ली के बाटला हाउस एनकाउंटर से जुड़े एक मामले में साकेत कोर्ट ने आरिज खान उर्फ जुनैज को आईपीसी की धारा 302, 307 और आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया है. आगामी 15 मार्च को उसकी सजा का ऐलान होगा. 13 साल पहले बाटला हाउस एनकाउंटर के दौरान शातिर आरिज खान फरार हो गया था. लेकिन 2018 में उसे भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया था. आरिज को बम बनाने में महारत हासिल है. यही नहीं उस पर 165 लोगों के कत्ल का इल्जाम भी है. वो बम बनाने और धमाके करने का एक्सपर्ट माना जाता है. वो एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल था. उसके सिर पर 10 लाख का इनाम रखा गया था. बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 15 लाख का इनाम घोषित किया था. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरिज खान कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं है.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.