103 साल के गांधीवादी ने दी कोरोना को मात, भारत छोड़ो आंदोलन में ले चुके हैं भाग
ABP News
एच एस दोरैस्वामी ने बुधवार को कहा, “ मुझे पांच दिन पहले लक्षण दिखे लेकिन कोई जटिलता नहीं हुई. फिर भी मैंने अस्पताल में भर्ती होने का निर्णय किया, क्योंकि मुझे श्वास - प्रणाली की समस्या है.”
बेंगलुरु: जाने-माने गांधीवादी और स्वतंत्र सेनानी एच एस दोरैस्वामी ने 103 साल की उम्र में कोविड से लड़ाई जीत ली है और वह घर लौट रहे हैं. बुजुर्ग दोरैस्वामी ने बुधवार को कहा, “ मुझे पांच दिन पहले लक्षण दिखे लेकिन कोई जटिलता नहीं हुई. फिर भी मैंने अस्पताल में भर्ती होने का निर्णय किया, क्योंकि मुझे श्वास - प्रणाली की समस्या है.” दोरैस्वामी के मुताबिक, वह सरकार के स्वामित्व वाले स्वायत्त अस्पताल, ‘जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवास्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च’ में भर्ती हुए थे.More Related News