40 किलो की फुटबॉल वाला मैच रहा टाई, 700 साल पुरानी है ये परंपरा
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मकर संक्रांति के पावन पर्व को देश में अलग-अलग तरीकों से मनाया गया. कहीं पतंगे उड़ीं तो कहीं दान पुण्य हुआ तो कहीं जलीकट्टू मनाया गया. वहीं इतिहास और संस्कृति के धनी राजस्थान के बूंदी जिले में मकर संक्रांति के पर्व पर 700 साल पुरानी परंपरा को जीवित रखा गया.
मकर संक्रांति के पावन पर्व को देश में अलग-अलग तरीकों से मनाया गया. कहीं पतंगे उड़ीं तो कहीं दान पुण्य हुआ तो कहीं जलीकट्टू मनाया गया. वहीं इतिहास और संस्कृति के धनी राजस्थान के बूंदी जिले में मकर संक्रांति के पर्व पर 700 साल पुरानी परंपरा को जीवित रखा गया. (बूंदी से भवानी जी हाड़ा की रिपोर्ट) बूंदी जिले से 25 किमी दूर बरूंधन गांव में मकर संक्रांति पर एक अनोखी परम्परा निभाई जाती है. यहां दो गांव के लोग एक दूसरे को दड़ा (व्यर्थ के कपड़ों से बनी फुटबॉल जैसी बड़ी गेंद) खेलने के लिए ललकारते हैं. दड़ा खेलने का क्रम सुबह से शुरू हो शाम तक चलता है. इस खेल में 40 किलो का दड़ा तैयार किया जाता है. ये खेल दो टीमों के बीच होता है. इसकी तैयारी एक महीने पहले से ही होने लग जाती है.More Related News