कमजोर बृहस्पति बढ़ाता है मुश्किलें, इन उपायों से करें मजबूत
AajTak
बृहस्पति, नवग्रहों में गुरु और मन्त्री है. यह ज्ञान का सबसे बड़ा ग्रह है. बृहस्पति, धनु और मीन राशि का स्वामी है और कर्क बृहस्पति की अत्यंत प्रिय राशि है. इसके कारण ज्ञान और विद्या का वरदान मिल जाता है. अगर बृहस्पति कुंडली में राजयोग दे तो व्यक्ति महान बन जाता है. वहीं बृहस्पति अशुभ हो तो विद्या और धन प्राप्ति में बाधा आती है.
नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता है. पीला रंग, स्वर्ण, वित्त और कोष, कानून, धर्म, ज्ञान, मंत्र और संस्कारों को नियंत्रित करता है. ये शरीर में पाचन तंत्र, मेदा और आयु की अवधि को निर्धारित करता है. पांच तत्वों में आकाश तत्त्व का अधिपति होने के कारण इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक और विराट होता है. महिलाओं के जीवन में विवाह की सम्पूर्ण जिम्मेदारी बृहस्पति से ही तय होती है. कैसे समझें कि बृहस्पति जीवन में अशुभ है? बृहस्पति के कमजोर होने से व्यक्ति के संस्कार कमजोर होते हैं. विद्या और धन प्राप्ति में बाधा के साथ साथ व्यक्ति को बड़ों का सहयोग पाने में मुश्किलें आती हैं. पाचन तंत्र कमजोर करने समेत बृहस्पति और भी कई गंभीर समस्याएं देता है. अशुभ बृहस्पति में संतान पक्ष की समस्याए भी परेशान करती हैं. व्यक्ति सामान्यतः निम्न कर्म की ओर झुकाव रखता है और बड़ों का सम्मान नहीं करता है.More Related News