
ज़ुबैर केस: एएसजी द्वारा ‘सम्मानित’ कहे गए बजरंग मुनि ने किया था मुस्लिम महिलाओं से रेप का आह्वान
The Wire
सुप्रीम कोर्ट में पत्रकार मोहम्मद ज़ुबैर की याचिका की सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि बजरंग मुनि 'सम्मानित' धार्मिक नेता हैं, जिनके बहुत अनुयायी हैं. बजरंग मुनि का मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हेट स्पीच का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसके चलते वे एक बार गिरफ़्तार भी हुए थे.
नई दिल्ली: शुक्रवार, 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को उस मामले में अंतरिम जमानत दे दी, जिसमें उन पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया था. ASG : Bajrang Muni is a respected mahout religious leader in Sitapur with large following. When you call a religious leader hate-monger, it raises problems.#MuhammedZubair #AltNews "If any mulla troubles our women, then I will openly abduct his sister/daughter, take her to Sangat and will ensure she is raped", says Bajrang Muni in an earlier video addressing to a crowd. His viral video is not first time he called for rape of Muslim women.#ArrestBajrangMuni pic.twitter.com/mhtJxPa3K9 Here is another video of 'Mahant' Bajrang Muni abusing and threatening Muslims. @sitapurpolice@Uppolice https://t.co/BndaJh4QdG pic.twitter.com/FlsM5HBerZ
एक जून को कट्टर हिंदुत्ववादी नेताओं को कथित तौर पर नफरत फैलाने वाला बताने पर मोहम्मद जुबैर के खिलाफ सीतापुर के खैराबाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर उनके द्वारा किए गए उस ट्वीट के बाद दर्ज की गई है, जिसमें उन्होंने यति नरसिंहानंद, महंत बजरंग मुनि और आनंद स्वरूप को ‘घृणा फैलाने वाला’ [hatemongers] कहा था. — Live Law (@LiveLawIndia) July 8, 2022 — Kaushik Raj (@kaushikrj6) April 8, 2022 — Mohammed Zubair (@zoo_bear) April 8, 2022
8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान जुबैर की हिरासत के लिए सरकार की तरफ से भारत के सॉलिसिटर जनरल (एसजी) तुषार मेहता और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एसवी राजू पेश हुए थे.