
हौसले को सलाम : गर्भवती बहन और दूसरे मरीजों की उखड़ने लगी सांसें तो देवदूत बन गए कोरोना पॉजिटिव पंकज, जानें कैसे?
ABP News
गोरखपुर के रहने वाले देश के असली हीरो पंकज ने अस्पताल में बहन और अन्य मरीजों की आक्सीजन खत्म होने के बारे में सुना तो कोविड पॉजिटिव होने के बावजूद पंकज अस्पताल की एंबुलेंस ड्राइव करते हुए 50 किलोमीटर दूर से आक्सीजन लेकर चले आए.
इसे हौसला और जज्बा नहीं तो और क्या कहें. खुद की जान पर बनी हो और गर्भवती बहन के साथ दूसरे मरीजों की जान बचाने के लिए कोई अपनी जान की बाजी लगा दे. हम आपको बताते हैं ऐसे ही देवदूत के बारे में. गोरखपुर के रहने वाले देश के असली हीरो पंकज ने अस्पताल में बहन और अन्य मरीजों की आक्सीजन खत्म होने के बारे में सुना तो कोविड पॉजिटिव होने के बावजूद पंकज अस्पताल की एंबुलेंस ड्राइव करते हुए 50 किलोमीटर दूर से आक्सीजन लेकर चले आए. उन्होंने बहन और अन्य मरीजों की जान भी बचा ली. पुराना गोरखपुर निवासी पंकज शुक्ला के हौसले को हर कोई सलाम कर रहा है. एक तरफ कोरोना महामारी ने रिश्तों में दूरियां ला दी हैं, वहीं खुद संक्रमित होने के बावजूद पंकज ने खुद की परवाह किए बगैर न केवल अपनी गर्भवती बहन प्रियंका द्विवेदी, बल्कि अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों की जान बचाई.More Related News