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होलिका दहन में भूलकर भी न करें इन पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल, पड़ता है बुरा असर, नाराज हो जाते हैं भगवान
ABP News
साल की शुरुआत होते ही होली के त्योहार का इंतजार शुरू हो जाता है. फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन होली का पर्व मनाया जाता है. इस बार होलिका दहन 17 मार्च, गुरुवार के दिन किया जाएगा.
साल की शुरुआत होते ही होली के त्योहार का इंतजार शुरू हो जाता है. फाल्गुन माह की पूर्णिमा (Falgun Purnima 2022) के दिन होली का पर्व मनाया जाता है. इस बार होलिका दहन 17 मार्च, गुरुवार के दिन किया जाएगा. फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है. होलिका दहन (Holika dahan) के कुछ दिन पहले से ही लोग दहन के लिए लकड़ियां इक्ट्ठी करनी शुरू कर देते हैं. होली से एक दिन पहले शुभ मुहूर्त के अनुसार होलिका दहन किया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इसमें पवित्र लकड़ियों का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए. भूलकर भी इन लकड़ियों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. आइए जानें.
होलिका दहन में भूलकर भी इस्तेमाल न करें ये लकड़ियां