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हेट स्पीच और फेक न्यूज रोकने के लिए Facebook जो कदम उठा रहा है,क्या वो काफी हैं?
The Quint
Facebook Hate Speech and misinformation Detection। प्लेटफॉर्म पर हर साल कुछ ऐसे विजुअल और दावे वायरल होते हैं, जिन्हें फेसबुक का AI पकड़ नहीं पाता। Every year some such visuals and claims go viral on the platform, which Facebook's AI cannot detect
'द फ़ेसबुक पेपर्स' नाम के इन डॉक्युमेंट्स में, फरवरी 2019 से भारत में की गई स्टडी और बनाए गए नोट्स से जुड़ी जानकारी दी गई है. साथ ही, इसमें एक टेस्ट अकाउंट के बारे में जानकारी भी दी गई है, जिससे फेसबुक के रिकमंडेशन एल्गोरिदम को चेक किया जा रहा है. ये जानकारी भी दी गई है कि कैसे ये हेट स्पीच और गलत जानकारी को यूजर्स के सामने लाता है.ये इंटर्नल रिपोर्ट्स मीडिया ऑर्गनाइजेशन के एक समूह से ली गई हैं. इन रिपोर्ट्स में अकाउंट्स, ग्रुप्स और पेजों के एक मजबूत नेटवर्क के बारे में जानकारी दी गई है. ये नेटवर्क सक्रिय रूप से मुस्लिम विरोधी प्रचार और अभद्र भाषा को फैलाने का काम करते हैं. इसकी वजह से बड़ी मात्रा में भड़काऊ सामग्री और सांप्रदायिक भावना वाली गलत सूचना फैलती है.इस आर्टिकल में, हम नीचे लिखे सवालों के जवाब देने का प्रयास करेंगे:हेट स्पीच क्या है? हेट स्पीच और गलत सूचना को फिल्टर करने के लिए प्लैटफॉर्म क्या कर रहा है? क्या प्रभाव पड़ा है और क्या अपनाए गए उपाय काफी हैं:ADVERTISEMENTहेट स्पीच क्या है?फेसबुक के मुताबिक, हेट स्पीच में कोई भी ऐसी सामग्री होती है ''जो प्रोटेक्टेड कैरेक्टरिस्टिक, जाति, नस्लीय, राष्ट्रीय मूल, धार्मिक संबद्धता, सेक्सुअल पसंद, लिंग, सेक्स, लैंगिक पहचान या गंभीर विकलांगता या बीमारी'' के आधार पर लोगों पर सीधे हमला करती है."प्रत्यक्ष हमलों" में किसी भी तरह के हिंसक या अमानवीय भाषण, हानिकारक रूढ़िवादिता, हीनभावना, घृणा या उपेक्षा करने वाले बयान, अवमानना से जुड़ी बातें, कोसना और बहिष्कार या अलगाव करने से जुड़ी बातें शामिल हैं. इसे फेसबुक के पारदर्शिता केंद्र पर विस्तार से बताया गया है.हेट स्पीच और गलत सूचना को फिल्टर करने के लिए फेसबुक क्या कर रहा है?फेसबुक, 2016 से गलत सूचनाओं को रोकने के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर “remove, reduce and inform” ("हटाएं, कम करें और सूचित करें") की पॉलिसी का पालन करता है.इसका मतलब ये है कि प्लेटफॉर्म अपनी नीतियों के खिलाफ जाने वाली सामग्री हटा देता है. साथ ही, सामग्री की रीच और इसको लोगों तक पहुंचना कम कर देता है. इसके अलावा, दूसरे यूजर्स को अतिरिक्त जानकारी या संदर्भ के साथ इस बारे में सूचित भी करता है, ताकि वो तय कर सकें कि वो उस सामग्री को देखना या शेयर करना चाहते हैं या नहीं.हाला...