हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी ने गौरव गोगोई पर क्यों ठोका 10 करोड़ का मानहानि केस?
AajTak
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने आरोप लगाया था कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी की फर्म को केंद्र सरकार की ओर से 10 करोड़ की सब्सिडी मिली है. इसको लेकर हिमंता की पत्नी रिनिकी सरमा ने गौरव गोगोई के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि केस दायर किया है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी रिनिकी भुयान सरमा ने अनियमितताओं के झूठे आरोप लगाने के लिए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है.
गौरव गोगोई ने हिमंता की पत्नी पर आरोप लगाया था कि उनकी फर्म को केंद्र सरकार से 10 करोड़ रुपये की सब्सिडी मिली है और इसके लिए हिमंत ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया है. हालांकि उनके आरोपों पर हिमंता ने कहा था कि केंद्र सरकार से कभी कोई फंड नहीं मिला.
रिनिकी सरमा के वकील देवजीत सैकिया ने न्यूज एजेंसी को बताया कि शुक्रवार को कामरूप मेट्रोपॉलिटन के सिविल जज की अदालत में केस दायर किया गया है. इसे 26 सितंबर को ट्रांसफर किया जाएगा.
उन्होंने कहा, "मेरे मुवक्किल ने ट्विटर पर अलग-अलग किए गए ट्वीट्स के लिए गौरव गोगोई के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा किया है. हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमने सब्सिडी प्राप्त करने के लिए कभी कोई आवेदन नहीं किया."
'हिमंता बिस्वा की पत्नी को मिली 10 करोड़ की सब्सिडी', कांग्रेस ने दिखाए सबूत, असम CM का इनकार
सैकिया ने आगे दावा किया कि सब्सिडी मांगने की प्रक्रिया बिल्कुल भी शुरू नहीं की गई है और जिसके लिए इस साल 26 मई को उनके ग्राहक की फर्म को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से एक ईमेल भेजा गया था.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.