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हिंद महासागर के चप्पे-चप्पे पर होगी भारत की नजर, मिनटों में पकड़ लेगा चीनी सबमरीन की नापाक हरकत!
Zee News
Underwater Sensor Network: हिंद महासागर में चीन की हरकतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. भारत इसे काउंटर करने के लिए रणनीति बना चुका है, बस इसे लागू करने की देरी है. इंडियन नेवी हिंद महासागर में ऐसा डिवाइस लगाने वाली है, जो चीनी सबमरीन की गतिविधियां बता देगा. ये डिवाइस चीन की टेंशन बढ़ा देगा.
Underwater Sensor Network: भारतीय नौसेना चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुख्ता इंतजाम करने वाली है. ड्रैगन ने समुद्र में कोई भी गड़बड़ी करने की कोशिश की तो इंडियन नेवी (Indian Navy) के पास अलर्ट जाएगा और वह उसे सबक सिखाने की तैयारी कर लेगी. जरूरी बात ये है कि चीन समुद्र में कोई भी हरकत करेगा, तो भारत को पता कैसे चलेगा? भारतीय नौसेना और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने इसका सॉल्यूशन निकाल लिया है.

इंडियन नेवी के बेड़े में शामिल हो रहा जंगी हेलिकॉप्टर, दुश्मन के इलाके में अकेले गदर मचाएगा ‘रोमियो’
यह हेलिकॉप्टर भारतीय नौसेना के पुराने सी किंग हेलिकॉप्टरों की जगह लेगा, जिससे भारत की समुद्री निगरानी और युद्धक क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. बता दें, रोमियो हेलीकॉप्टर दुनिया के सबसे घातक और एडवांस हेलीकॉप्टरों में शुमार है.

Tejas will be integrated with Uttam AESA Radar: भारत अपने तेजस फाइटर जेट को उत्तम AESA रडार से लैस कर रहा है, जिसकी पहली खेप 2026 में आएगी. यह 150 किमी दूर से हवाई खतरे को ट्रैक कर सकता है. इसकी पहली खेप में करीब 33 उत्तम AESA रडार शामिल होंगे. भविष्य में यह तेजस Mk2 और AMCA में भी उपयोगी हो सकता है.

Su-57 Vs J-35 Fighter Jet: पाकिस्तान को चीन से 40 J-35 स्टील्थ फाइटर जेट मिलने वाले हैं, ये भारत के लिए चिंता का विषय है. विशेषज्ञों के अनुसार, AMCA जेट के तैयार होने तक इंतजार, भारत रूस से Su-57 फाइटर जेट खरीदे. विशेषज्ञ Su-57 को प्राथमिकता इसलिए देते हैं, क्योंकि यह भारतीय हथियारों के साथ इंटीग्रेट हो सकता है और F-35 से बेहतर है.