हिंदुओं और सिखों पर चरमपंथी हमला: 'कश्मीर जाकर नौकरी करने की सज़ा मिली'
BBC
गुरुवार को श्रीनगर के ईदगाह इलाक़े के एक सरकारी स्कूल में में बंदूक़धारियों ने घुसकर हिंदू शिक्षक दीपक चंद और सिख प्रिंसिपल सुपिंदर कौर को गोली मार दी थी. दीपक कश्मीर घाटी के मूल निवासी थे, लेकिन 90 के दशक में जम्मू विस्थापित हो गए थे.
जम्मू के पटोली मंगोत्रियां इलाक़े के रहने वाले कमल चंद गुरुवार देर रात जब घर लौटे तो उनके छोटे भाई दीपक चंद का शव भी साथ था.
उस समय रात के दो बज रहे थे, लेकिन घर और आस-पड़ोस के सभी लोग जाग रहे थे. उनके घर के अंदर दाख़िल होते ही सब दीपक के शव से लिपट कर रोने लगे.
दीपक शव के रूप में चंद सगे-संबंधियों और पड़ोसियों के कंधे पर घर में दाख़िल हुए थे. श्रीनगर से जम्मू, फिर पटोली मंगोत्रियां और अंत में जीवन की अंतिम यात्रा. दीपक पिछले हफ़्ते ही पिता की बरसी मनाकर जम्मू से श्रीनगर वापस लौटे थे.
गुरुवार को श्रीनगर के ईदगाह इलाक़े के एक सरकारी स्कूल में में बंदूक़धारियों ने घुसकर हिंदू शिक्षक दीपक चंद और सिख प्रिंसिपल सुपिंदर कौर को गोली मार दी थी.