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हिंदी दिवस पर खास तोहफा, हिंदी के पत्रकारों के लिए NFI रिपोर्टिंग ग्रांट
The Quint
Hindi Diwas fellowship for Independent Hindi Journalist: नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया ने क्विंट हिंदी के एक खास पहल की है. नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया ने स्वतंत्र पत्रकारों की मदद के लिए मीडिया फेलोशिप की तीसरी कड़ी पेश की है.
क्या आप हिंदी भाषा में पत्रकारिता करते हैं? क्या आप स्वतंत्र पत्रकार हैं? क्या आप ताकतवर और सरकारों की नाकामियों की हकीकत दुनिया को बताकर बेहतर समाज बनाना चाहते हैं? क्या आपके स्वास्थ्य प्रणाली से लेकर पर्यावरण, राजनीति से लेकर किसानों के मुद्दे पर ग्राउंड रिपोर्टिंग करना चाहते हैं. तो इस हिंदी दिवस के अवसर पर हिंदी में रिपोर्टिंग करने वाले स्वतंत्र पत्रकारों के लिए खास तोहफा है. दरअसल, नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया ने क्विंट हिंदी के एक खास पहल की है. नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडिया ने स्वतंत्र पत्रकारों की मदद के लिए मीडिया फेलोशिप की तीसरी कड़ी पेश की है. इस फेलोशिप के जरिए 30-35 स्वतंत्र पत्रकारों को रिपोर्टिंग ग्रांट देने की घोषणा की गई है. जिसमें से 10 फेलोशिप मल्टीमीडिया रिपोर्टिंग के लिए होंगी. जिसे आप क्विंट हिंदी पर पढ़ सकेंगे. क्या है ये फेलोशिप?इस फेलोशिप में चुने गए हर फेलो को प्रस्तावित विषय पर एक महीने के अंदर रिपोर्टिंग करनी होती है.1000-1500 शब्दों की एक रिपोर्ट या 5-7 मिनट की मल्टीमीडिया स्टोरी करनी होगी, जिसके लिए NFI 30,000 रुपए की ग्रांट मुहैया कराता है.यही नहीं जरूरत पड़ने पर बेहतर रिपोर्टिंग का गुर सिखाने के लिए चुने गए फेलो को किसी वरिष्ठ पत्रकार से दिशा-निर्देश भी मुहैया कराए जाते हैं. आवेदन कबसे कब तक कर सकते हैं?फेलोशिप हासिल करने के लिए स्वतंत्र पत्रकारों का आवेदन करना होगा. जिसके लिए आज से यानी 14 सितंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. और आवेदन की आखिरी तारीख 28 सितम्बर 2021 है.फेलो कैसे चुने जाते हैं?स्टोरी आईडिया और पिछले काम के आधार पर सीनियर पत्रकारों वाली NFI की ज्यूरी फेलो का चयन करती है. इस फेलोशिप की खास बात ये है कि इसमें ऐसे लोगों पर ज्यादा फोकस किया जाता है जो वंचित पृष्ठभूमि और सुदूर क्षेत्रों से आते हैं.अब ज्यादा जानकारी के लिए आप एनएफआई की वेबसाइट www.nfi.org.in पर क्लिक कर सकते हैं. (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)ADVERTISEMENT...More Related News