![हां, हम आंदोलनजीवी हैं, आपने हमने मज़बूर किया है: मेधा पाटकर](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2017/08/Medha-Patkar-PTI-e1566824853978.jpg)
हां, हम आंदोलनजीवी हैं, आपने हमने मज़बूर किया है: मेधा पाटकर
The Wire
एक कार्यक्रम में जनांदोलनों की ज़रूरत रेखांकित करते हुए मानवाधिकार कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि आज केंद्र की नीतियों की वजह से वंचित समुदाय हाशिए पर धकेल दिए गए हैं, ग़रीबों के सभी विकल्प उनसे छीन लिए गए हैं, इस वजह से उन्हें सड़कों पर निकलना पड़ रहा है.
नई दिल्लीः मानवाधिकार कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आंदोलनजीवी तंज पर जवाब देते हुए कहा कि हां, हम आंदोलनजीवी हैं क्योंकि आपने हमनें आंदोलनजीवी बनने के लिए विवश किया है.
पाटकर ने कहा, ‘आज केंद्रीकृत नीतियों की वजह से समाज के वंचित समुदाय के लोग हाशिए पर धकेल दिए गए हैं, गरीबों के सभी विकल्पों को उनसे छीन लिया गया है इस वजह से उन्हें सड़कों पर निकलना पड़ रहा है.’
देश में बड़े बांधों के खिलाफ 36 सालों तक सतत आंदोलन कर चुकीं पाटकर ने रविवार को कई शहरों की ओर बांध के पानी के एकतरफा वितरण का उल्लेख किया जबकि सौराष्ट्र और कच्छ जैसे कई इलाके अभी भी जल संकट का सामना कर रहे हैं.
पाटकर 19 दिसंबर को दिवंगत भूमि अधिकार कार्यकर्ता की पुण्यतिथि पर चुन्नीभाई वैद्य स्मृति व्याख्यान दे रही थीं.