'हमें तो हनुमानजी ने बचा लिया...': रांची हिंसा में बाल-बाल बचे बिहार के मंत्री का बयान
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नितिन नवीन उस मंजर को याद कर अपने डरावने अनुभव से दूर होने की कोशिश में लगे हुए हैं. उनकी कार के शीशे टूट गए हैं. उन्होंने इस बवाल में किसी तरह अपने आपको बचाया और सुरक्षित रहे. उनके ड्राइवर ने पेशेंस का परिचय दिया और सबकी जान बचा ली.
झारखंड के रांची में शुक्रवार को भीड़ के हमले से बाल-बाल बचे बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन का बयान सामने आया है. नितिन नवीन ने कहा कि अगर भीड़ को पता चल जाता कि वो बीजेपी के मंत्री हैं तो बचना मुश्किल होता. उन्होंने झारखंड के हेमंत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि इतनी उग्र भीड़ होने के बावजूद पुलिस व्यवस्था ना काफी थी. उनका कहना था कि उन्हें हनुमान जी ने बचा लिया, वरना क्या होता भगवान जाने.
नितिन नवीन बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री हैं और बीजेपी के युवा नेता हैं. शुक्रवार को रांची के मेन रोड पर भीड़ नितिन नवीन को उग्र भीड़ ने घेर लिया था. वे एक ऐसे हादसे से होकर गुजरे हैं. जिसे यादकर उनकी रूह कांप जा रही है. उनकी गाड़ी पर हजारों की भीड़ ने हमला किया. पत्थर फेंके. ईश्वर की कृपा रही कि वे बच गए.
शादी में शामिल होने रांची गए थे मंत्री
नितिन नवीन उस मंजर को याद कर अपने डरावने अनुभव से दूर होने की कोशिश में लगे हुए हैं. उनकी कार के शीशे टूट गए हैं. उन्होंने इस बवाल में किसी तरह अपने आपको बचाया और सुरक्षित रहे. बवाल के दौरान उनके ड्राइवर ने पेशेंस का परिचय दिया और सबकी जान बचा ली. नितिन नवीन अपने एक करीबी की शादी में शामिल होने रांची गए थे. इस दौरान हुई हिंसा में बुरी तरह फंस गए. उनकी गाड़ी को स्कॉट कर रही पुलिस की गाड़ी उन्हें छोड़कर चली गई.
माहौल शांत होने पर आगे जा रहे थे
उस दहशत के पल को यादकर नितिन नवीन कांप जा रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें हनुमान जी ने बचा लिया, वरना क्या होता भगवान जाने. उन्होंने बताया कि हम एक पारिवारिक कार्यक्रम अटेंड करने के लिए रांची आए थे. यहां के मेन रोड स्थित होटल कैपिटॉल हिल में रुके हुए थे. प्रदर्शन पूरी तरह समाप्त होने के बाद जब स्थिति सामान्य हो गई, तब मैं अपने दो पारिवारिक मित्र के साथ कार्यक्रम स्थल मोरहाबादी के लिए निकला.
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