हफ़्ते में एक बार पारंपरिक परिधान पहनें कर्मचारी: त्रिपुरा जनजातीय परिषद
The Wire
कर्मचारियों को सप्ताह में एक बार स्वदेशी पारंपरिक कपड़े पहनने की अपील संबंधी त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद की अधिसूचना पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. भाजपा ने इस फैसले का विरोध करते हुए पूछा कि ऐसे कर्मचारी जो त्रिपुरा के बाहर के हैं वे क्या करेंगे. परंपरा, संस्कृति और भाषा को थोपा नहीं जाना चाहिए.
अधिकारियों के मुताबिक, टिपरा मोथा द्वारा संचालित टीटीएएडीसी की कार्यकारी समिति ने प्रत्येक सोमवार को पारंपरिक पोशाक पहनने की शुरुआत करने का फैसला किया है.
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुबल देबबर्मा द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया, ‘टीटीएएडीसी के सभी कर्मचारियों से इस सुझाव का अनुपालन करने का अनुरोध किया जाता है.’
पारंपरिक पोशाक पहनने का यह नियम मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम), अध्यक्ष, कार्यकारी सदस्यों (ईएम) और जिला परिषद सदस्य (एमडीसी) के सदस्यों पर भी लागू होगा. टीटीएएडीसी में करीब छह हजार कर्मचारी कार्यरत हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस कदम को त्रिपुरा में रहने वाले 19 आदिवासी समुदायों की पारंपरिक जड़ों का सम्मान करने के संकेत के रूप में आगे बढ़ाया गया है, जिनमें से अधिकांश आदिवासी परिषद के अधिकार क्षेत्र में रहते हैं.