
हथियारों के लिए रूस पर अब कम निर्भर होता जा रहा भारत, ये हैं पिछले 5 साल के आंकड़े
ABP News
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट(सिपरी) के मुताबिक, पिछले पांच सालों (2017-21) में भारत का हथियारों का आयात तो कम हुआ है लेकिन अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा आर्म्स इम्पोर्टर है.
यूक्रेन युद्ध के बीच खबर है कि भारत अब अपने हथियारों के लिए रूस पर कम निर्भर होता जा रहा है. ग्लोबल थिंक टैंक, सिपरी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच सालों में रूस के हथियारों का निर्यात भी कम हो गया है. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट(सिपरी) के मुताबिक, पिछले पांच सालों (2017-21) में भारत का हथियारों का आयात तो कम हुआ है लेकिन अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा आर्म्स इम्पोर्टर है. 2012-16 के मुकाबले 2017-21 में भारत के हथियारों के आयात में तीन प्रतिशत की गिरावट आई. 2012-16 के बीच दुनियाभर में हथियारों की खरीद में भारत का हिस्सा 14 प्रतिशत था, लेकिन 2017-21 के बीच ये गिरकर 11 प्रतिशत रह गया.
वहीं दूसरे सबसे बड़े हथियारों के आयातक देश में शुमार सऊदी अरब का इस दौरान हिस्सा 8.2 प्रतिशत से बढ़कर 11 प्रतिशत हो गया. सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017-21 के बीच भारत जिन देशों से हथियारों का आयात करता है उसमें रूस की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत थी. दूसरे नंबर पर फ्रांस (27 प्रतिशत) और अमेरिका तीसरी स्थान पर है (12 प्रतिशत). आपको बता दें कि 2012-16 के बीच भारत को हथियारों की सप्लाई में रूस की हिस्सेदारी करीब 70 प्रतिशत थी.