
हंगर इंडेक्स: विपक्ष ने केंद्र पर साधा निशाना, सरकार ने कहा- इस्तेमाल किया गया तरीका अवैज्ञानिक
The Wire
साल 2021 के वैश्विक भुखमरी सूचकांक में भारत के 101वें पायदान पर पहुंचने के लिए विपक्षी दलों ने केंद्र की नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि यह सत्ताधीशों की कुशलता पर सीधा सवाल है. वहीं, सरकार ने इस गिरावट पर हैरानी जताते हुए रैंकिंग के लिए इस्तेमाल की गई पद्धति को ‘अवैज्ञानिक’ बताया है.
नई दिल्ली: सरकार ने कहा कि यह हैरान कर देने वाला है कि वैश्विक भूख सूचकांक में भारत की रैंक और घटी है. साथ ही सरकार ने रैंकिंग के लिए इस्तेमाल की गई पद्धति को ‘अवैज्ञानिक’ बताया. अब “भुखमरी” में नए कीर्तिमान ! Due to anti-poor policies of the central government, India has got 101 ranking out of 116 countries in the Global Hunger Index. At this stage India will now have to compete with a country like Somalia. Shameful! The policies of Modi Govt have failed miserably and people continue to suffer. The unplanned lockdown has added to misery of the people. India slips to 101st spot in global hunger index despite the fact that food grains are rotting in Govt godowns. https://t.co/vlCkCMSOlx
भारत 116 देशों के वैश्विक भूख सूचकांक (जीएचआई) 2021 में 101वें स्थान पर पहुंच गया है, जबकि साल 2020 में देश 94वें स्थान पर था. भारत अब अपने पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से पीछे है. अगर देश के लोग भरपेट खाना भी न खा सकें तो सत्ता के सिंहासन पर बैठे बादशाह की विश्वसनीयता व कुशलता पर सीधा सवाल है? On this Dussehra, let's burn the #Ravana of hunger. pic.twitter.com/rTuVElmSKx — CPI (M) (@cpimspeak) October 15, 2021
रिपोर्ट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कहा कि यह ‘चौंकाने वाला’ है कि वैश्विक भूख रिपोर्ट 2021 ने कुपोषित आबादी के अनुपात पर फूड एंड एग्रीकल्चर आर्गेनाईजेशन (एफएओ) के अनुमान के आधार पर भारत के रैंक को कम कर दिया है, जो जमीनी वास्तविकता और तथ्यों से रहित, गंभीर कार्यप्रणाली मुद्दों से ग्रस्त पाया जाता है. क्या कोई सुनेगा?#WorldHungerIndex pic.twitter.com/7oYVzW98Ji — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 15, 2021
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘इस रिपोर्ट की प्रकाशन एजेंसियों, कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगरहिल्फ ने रिपोर्ट जारी करने से पहले उचित मेहनत नहीं की है.’ — Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 15, 2021