
स्टडी में दावा- कोरोना वायरस के स्वरूप सुपर-सेल में फैलकर एंटीबॉडीज से बच सकते हैं
ABP News
न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी ऐसी एंटीबॉडी होती हैं जो किसी संक्रमण से कोशिकाओं की रक्षा करने के लिए जिम्मेदार होती है.
बर्मिंघम: किसी वायरस से संक्रमित होने या उसे रोकने के लिए टीका लगाने के बाद हमारे शरीर में जो एंटीबॉडी बनती है, वह काफी शक्तिशाली हो सकती है. कोई वायरस आमतौर पर एक कोशिका में प्रवेश करके हमारे शरीर में फैलता है और अपनी प्रतियां बनाने के लिए इसे एक फैक्ट्री के तौर पर इस्तेमाल करता है, जो काफी हद तक फैल जाता है और संक्रमण फैलाने के लिए नयी कोशिकाओं को ढूंढता है. हमारी एंटीबॉडीज इस वायरस को रोककर काम करती हैं और यह वायरस को हमारी कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकता है. लेकिन क्या होगा अगर वायरस को आसपास की कोशिकाओं तक फैलने के लिए कोशिका से निकलने की आवश्कयता नहीं होगी? क्या हमारी एंटीबॉडी इसके खिलाफ भी कारगर होगी?More Related News