स्कूल की टीचर के साथ था बेटे का अफेयर, मां ने इस्तेमाल की टेक्नोलॉजी, दोनों को रंगे हाथ पकड़ा
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पुलिस ने कहा कि स्टूडेंट और उसकी टीचर के बीच अवैध संबंधों की अफवाह स्कूल में कई महीनों से थी. ये टीचर स्कूल में बच्चों को साइंस पढ़ाती है. घटना के वक्त कार उसकी मां के घर पर पार्क थी.
एक महिला को अपने बेटे पर शक था कि उसका अपनी ही टीचर के साथ अवैध संबंध है. जिसके बाद उसने तकनीक का सहारा लिया और दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया. मामला अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना का है. महिला ने बेटे के फोन में ट्रैकिंग एप इंस्टॉल किया था. इसके बाद उसे खबर मिली की बेटा अपनी रग्बी (एक प्रकार का खेल) की प्रैक्टिस में नहीं गया है. उसकी लोकेशन स्थानीय पार्क के पास किसी जगह की थी. जब महिला वहां पहुंची तो उसका बेटा अपनी ही टीचर के साथ उसकी कार में यौन संबंध बना रहा था.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस महिला के बेटे का अफेयर अपने साउथ मैक्लेनबर्ग हाई स्कूल की 26 साल की टीचर गैब्रिएला कार्टया-नेफेल्ड से है. उसने जब इन्हें पकड़ा तो टीचर की गाड़ी और लाइसेंस प्लेट की कई तस्वीरें लीं. इसके बाद पुलिस को बुलाया गया. जिसने महिला टीचर को हिरासत में लिया. पुलिस ने कहा कि स्टूडेंट और उसकी टीचर के बीच अवैध संबंधों की अफवाहें स्कूल में कई महीनों से थीं. गैब्रिएला स्कूल में बच्चों को साइंस पढ़ाती हैं. घटना के वक्त कार उनकी मां के घर पर पार्क थी. अफवाहों के कारण स्कूल प्रशासन ने दोनों से पूछताछ भी की थी. अब टीचर के खिलाफ स्कूडेंट के साथ यौन गतिविधि करने के पांच मामलों में आरोप तय हुए हैं. उसे शुरू में पिछले महीने के अंत में मैक्लेनबर्ग काउंटी जेल ले जाया गया था, लेकिन फिर जमानत मिल गई. जिस एप का महिला ने इस्तेमाल किया, उसका नाम लाइफ 360 है. मार्क जुकरबर्ग की बहन रैंडी इसके बोर्ड सदस्यों में से एक हैं. ये उन पैरेंट्स के बीच खासा पॉपुलर है, जो अपने बच्चों पर नजर रखते हैं.
अगर बच्चा किसी तेज रफ्तार वाहन के भीतर है या फिर पूर्व निर्धारित जगह से कहीं और चला गया है, तो डिवाइस उसके पैरेंट्स को इस बारे में जानकारी दे देता है. इस एप के लगभग 50 मिलियन सक्रिय मासिक यूजर्स हैं और इस साल इसे 300 मिलियन डॉलर की कमाई होने की उम्मीद है. हालांकि डाटा एकत्रित करने के आरोपों के साथ एप की काफी आलोचना भी होती है. मानव तस्कर कार्यकर्ताओं का कहना है कि पीड़ितों को एप का इस्तेमाल करके ट्रैक किया जा रहा है. इसके अलावा जिन बच्चों के माता पिता उनकी निगरानी के लिए ये एप इस्तेमाल करते हैं, वो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसे डिसेबल करने के तरीके बता या जान रहे हैं.
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