
सोशल मीडिया पर वायरल '85 साल के बुज़ुर्ग नारायण दाभाडकर के बेड छोड़ने' की कहानी के पीछे का सच क्या है?
BBC
कहा जा रहा है कि उन्होंने अपना ऑक्सीजन बेड किसी और मरीज़ को दे दिया. इसके तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई. यह मामला देखते-देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
"नारायण दाभाडकर कोविड के मरीज़ थे लेकिन अस्पताल में इलाज कराने के दौरान उन्होंने अपना ऑक्सीजन बेड एक युवा मरीज़ को दे दिया." नागपुर की यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और अब इस पर ज़बरदस्त चर्चा छिड़ी हुई है. दाभाडकर 85 साल के साल थे. नागपुर स्थित सिविल एंड स्टेटिस्टिक्स डिपार्टमेंट से रिटायर हो चुके दाभाडकर पिछले कुछ दिनों से कोविड से संक्रमित थे. उनकी स्थिति गंभीर थी और उन्हें एक ऑक्सीजन बेड की बेहद ज़रूरत थी. लेकिन कहा जा रहा है कि उन्होंने अपना ऑक्सीजन बेड किसी और मरीज़ को दे दिया. इसके तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई. यह मामला देखते-देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. ट्विटर और फ़ेसबुक पोस्ट पर दाभाडकर की तारीफ़ की झड़ी लग गई. यहां तक कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक ने दाभाडकर की मौत को लेकर ट्वीट किए.More Related News