
सोवियत संघ का वो अंतरिक्ष यात्री जिसे धरती पर लौटने से मना कर दिया गया
BBC
धरती से 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर अंतरिक्ष में मौजूद सर्गेइ क्रिकालेव से कहा गया – ‘अभी वहीं रहें’. क्या है पूरी कहानी.
अंतरिक्ष यात्री सर्गेइ क्रिकालेव सोवियत संघ के एमआईआर स्पेस स्टेशन से पूरी दुनिया देख सकते थे. लेकिन उस ऊंचाई से उन्हें वो राजनीतिक संघर्ष नहीं दिख रहा था जिसकी आग में उनका देश जल रहा था.
ये बात 18 मई, साल 1991 की है जब क्रिकालेव सोयूज़ स्पेस क्राफ़्ट में बैठकर पांच महीने लंबे मिशन पर एमआईआर स्पेस स्टेशन पहुंचे थे. उनके साथ सोवियत संघ के एक अन्य वैज्ञानिक अनातोली अर्टेबार्स्की और ब्रितानी वैज्ञानिक हेलेन शरमन भी गई थीं.
उनका विमान कज़ाकिस्तान के बैकानूर अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च हुआ था.
ये वही केंद्र था जिसके दम पर सोवियत संघ ने अमेरिका को स्पेस रेस में पछाड़कर पृथ्वी की कक्षा में पहला उपग्रह स्थापित करने से लेकर एक कुत्ते लाइका को अंतरिक्ष यात्रा पर भेजने और अंतरिक्ष में पहले इंसान यूरी गैगरिन को 1961 में पहुंचाने में सफलता प्राप्त की थी.
इस समय तक एमआईआर स्पेस स्टेशन (मीर अंतरिक्ष केंद्र) अंतरिक्ष अभियानों के क्षेत्र में सोवियत ताक़त का प्रतीक बन चुका था.