सोयाबीन कारः हेनरी फ़ोर्ड की 1941 की ग्रीन कार बाज़ार में क्यों नहीं आई
BBC
साल 1930 के दौर में फ़ोर्ड उन पहले लोगों में शामिल थे जिन्होंने बायोप्लास्टिक का उत्पादन और इस्तेमाल किया. बायोप्लास्टिक एक तरह का प्लास्टिक होता है जो पौधों और हाइड्रोकार्बन से बनता है और ये बायोडीग्रेडेबल होता है.
हेनरी फ़ोर्ड ने दुनिया की पहली बड़े पैमाने पर उत्पादित की गई कार फोर्ड-टी बनाई थी और वो गाड़ियों की दुनिया में अमर हो गए हैं.
अमेरिकी हेनरी फ़ोर्ड ने कार निर्माण के लिए जो असेंबली लाइन स्थापित की थी उसने ऑटोमोबाइल उत्पादन की दुनिया में क्रांति ला दी थी.
बीसवीं सदी की शुरुआत में उन्होंने यातायात उद्योग के लिए बड़ा बाज़ार खड़ा किया था.
अब सौ साल बाद ईंधन पर चलने और कार्बनडाइऑक्साइड छोड़ने वाले इन वाहनों को धरती का तापमान बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के लिए ज़िम्मेदार माना जा रहा है.
लेकिन बहुत ही कम लोग ये बात जानते होंगे कि जिस इंसान ने कारों के प्रति हमारी दीवानगी को जन्म दिया वो पर्यावरण के क्षेत्र में भी एक पुरोधा थे.