सेल्फी ली और पहाड़ी से फिसल गया पैर फिर.... 20 साल की बीटेक की छात्रा को ऐसे किया गया रेस्क्यू
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कर्नाटक के तुमकुरु जिले की मंदारगिरी पहाड़ियों पर 20 वर्षीय बीटेक छात्रा हम्सा सेल्फी लेते समय संतुलन खो बैठी और तेज बहाव में बहकर चट्टानों में फंस गई. दोस्तों की मदद पुकारने पर प्रशासन ने 20 घंटे तक कड़ी मशक्कत कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
कर्नाटक के तुमकुरु जिले की मंदारगिरी पहाड़ियों के पास रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. 20 वर्षीय हम्सा, जो बीटेक की छात्रा हैं, दोस्तों के साथ पहाड़ियों पर घूमने आई थीं. सेल्फी लेने के दौरान अचानक हम्सा का संतुलन बिगड़ गया और वह पहाड़ी से फिसलकर नीचे तेज बहाव वाले पानी में गिर पड़ी. बहाव ने उसे एक चट्टानी इलाके की ओर बहा दिया जहां जाकर वह बुरी तरह फंस गईं.
हम्सा को गिरता देख उसके दोस्तों ने तुरंत मदद के लिए शोर मचाया और प्रशासन को सूचित किया. इसके बाद एक व्यापक बचाव अभियान की शुरुआत हुई. स्थानीय पुलिस, अग्निशमन विभाग और बचाव दल के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे लेकिन चुनौती यह थी कि वह स्थान ऊबड़-खाबड़ और चट्टानी होने के साथ-साथ पानी के तेज बहाव से घिरा हुआ था, जिससे बचाव कार्य में कई कठिनाइयां आ रही थीं.
20 घंटे में किया रेस्कयू
बचाव दल ने रात-दिन एक करके हम्सा को सुरक्षित निकालने के लिए काम किया. तेज लहरों के कारण बचाव कार्य में बार-बार बाधा आ रही थी, जिसके चलते अभियान में 20 घंटे का लंबा समय लग गया. घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग की टीम ने हम्सा को सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता पाई. हम्सा के बचने की खबर ने न सिर्फ उसके परिवार और दोस्तों को राहत दी, बल्कि स्थानीय लोगों में भी खुशी और राहत की लहर दौड़ गई. इस पूरे अभियान ने यह साबित कर दिया कि किस तरह से आपात स्थिति में समर्पित प्रयासों और संयम से बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है.
हम्सा की यह कहानी, जहां एक ओर साहस और धैर्य की मिसाल पेश करती है, वहीं यह भी चेतावनी देती है कि प्राकृतिक स्थलों पर घूमते समय सतर्कता बरतनी चाहिए. इस घटना ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सेल्फी लेने के दौरान ध्यान भटकना कितनी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है.