सेना का खौफ या कूटनीतिक दबाव? POK लॉन्चपैड पर आतंकियों में भगदड़, सिर्फ 43 आतंकी बचे
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सुरक्षाबलों की एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि आतंकियों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है. सूत्रों के मुताबिक लॉन्चपैड पर जनवरी-फरवरी के महीने में भारी गिरावट देखी गई. इस साल फरवरी के महीने में खुफिया रिपोर्ट की मानें तो 43 आतंकियों के लाइन ऑफ कंट्रोल के उस पार बने लॉन्चपैड पर देखे जाने की सूचना मिली है.
लाइन ऑफ कंट्रोल पर भारतीय सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई और भारत का कूटनीतिक दबाव अब आतंकियों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के हौसले पस्त कर चुकी है. यही वजह है कि पाक अधिकृत कश्मीर के लॉन्चपैड पर आतंकियों में भगदड़ मची हुई है. लॉन्चपैड पर कोई भी आतंकी नहीं आना चाहता. सुरक्षाबलों की एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि आतंकियों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है. सूत्रों के मुताबिक लॉन्चपैड पर जनवरी-फरवरी के महीने में भारी गिरावट देखी गई. इस साल फरवरी के महीने में खुफिया रिपोर्ट की मानें तो 43 आतंकियों के लाइन ऑफ कंट्रोल के उस पार बने लॉन्चपैड पर देखे जाने की सूचना मिली है.15 नवंबर को दोपहर के समय एक बुजुर्ग अपने कमरे में बैठे थे, जब एक अनजान कॉल आया. कॉलर ने खुद को पुलिस का वरिष्ठ अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है. ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं जहां लोग पुलिस बनकर ठगी कर रहे हैं. बुजुर्गों को इन्टरनेट और फोन के माध्यम से होने वाले इन धोखाधड़ी से सावधान रहने की आवश्यकता है ताकि वह इस तरह के अज्ञात कॉल्स और फ्रॉड से बच सकें.
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