![सुरंग में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू तेज, तीन तरफ से कोशिशें जारी लेकिन इस चुनौती से होगा सामना](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202311/uttarkahasd-sixteen_nine.jpg)
सुरंग में फंसे मजदूरों का रेस्क्यू तेज, तीन तरफ से कोशिशें जारी लेकिन इस चुनौती से होगा सामना
AajTak
10 दिन बाद उत्तरकाशी की सुरंग से जो तस्वीरें आई हैं वो बेहद तसल्ली देने वाली हैं. सोचिए कितना सुकून मिला होगा उस बाप को अपने बेटे को जिंदा और सुरक्षित देखकर, कितनी राहत मिली होगी, उस मां को अपने बेटे को सकुशल देखकर. मगर मां तो मां है, जब तक बेटा सुरंग से बाहर निकल न आए तब तक जान हलक में अटकी ही रहेगी.
उत्तरकाशी में 41 मजदूरों को सुरंग में फंसे हुए 10 दिन बीत गए. रेस्क्यू से जुड़ीं एजेंसियों का अनुमान है कि 30 से 40 घंटे के अंदर सुरंग से सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल लिए जाएंगे. लेकिन आज 10वें दिन सुरंग से शुभ खबर आई. कैमरे के जरिए श्रमिकों के परिवारों ने सुरंग में फंसे अपनों का चेहरा देखा और उनसे बात की. घर वालों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वो जल्द ही सुरक्षित बाहर आ जाएंगे. कैसे आज की तस्वीरें ने उम्मीदें जगाई हैं, देखिए...
सुरंग के बाहर खड़ी एक महिला कहती है कि हमारा बेटा बाहर नहीं आता तब तक संतोष नहीं है... कैसे हो किसी मां को संतोष. जब बेटा धंसी हुई सुरंग में फंसा हो, तो भरोसे की चट्टान आहिस्ते-आहिस्ते चटकती ही है. उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे हुए 41 मजदूरों को बाहर निकलने की आस जगी है.
कई परिजनों को मिला सुकून
10 दिन बाद उत्तरकाशी की सुरंग से जो तस्वीरें आई हैं वो बेहद तसल्ली देने वाली हैं. सोचिए कितना सुकून मिला होगा उस बाप को अपने बेटे को जिंदा और सुरक्षित देखकर, कितनी राहत मिली होगी, उस मां को अपने बेटे को सकुशल देखकर. मगर मां तो मां है, जब तक बेटा सुरंग से बाहर निकल न आए तब तक जान हलक में अटकी ही रहेगी.
लेकिन अब इतना साफ तौर पर कहा जा सकता है,
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.