सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला जजों की नियुक्ति का जश्न मनाना कहीं जल्दबाज़ी तो नहीं?
BBC
इस महीने सुप्रीम कोर्ट में तीन नई महिला जज बनाई गईं. जानकारों का मानना है कि देश की न्यायपालिका में महिलाओं के लिए अभी काफ़ी रोड़े हैं.
सुप्रीम कोर्ट में हाल में तीन महिलाओं को जज बनाया गया. मीडिया की कई रिपोर्टों में इनमें से एक जज जस्टिस बीवी नागरत्न के बारे में बताया गया कि वे एक दिन देश की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बन सकती हैं. इसलिए उनकी नियुक्ति को देश के लिए एक "ऐतिहासिक पल" बताया गया. इन तीन महिला जजों- जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी और जस्टिस बीवी नागरत्न ने 1 सितंबर को अपने पद की शपथ ली. उस दौरान देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर की गई और इसे अख़बारों के पहले पन्नों पर भी जगह मिली. इस तस्वीर में वे सुप्रीम कोर्ट की मौजूदा चारों महिला जजों के साथ खड़े हैं. इनमें से तीन तो सुप्रीम कोर्ट में नई बनी जज हैं, तो एक जस्टिस इंदिरा बनर्जी हैं, जो 2018 से देश की शीर्ष अदालत में कार्यरत हैं. केंद्रीय क़ानून मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे "जेंडर प्रतिनिधित्व के लिहाज से एक ऐतिहासिक पल" बताया. अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने इस बारे में लिखा कि देश के लिए यह "गर्व का क्षण" है. इसके अलावा, कई और लोगों ने नए जजों को उनके जीवन के इस "यादगार दिन" पर बधाई दी और ट्वीट किए.More Related News