सुनसान जगह पर 13 दिनों से फंसे थे 6 लोग, एक बोतल ने किया कमाल, पहुंची नेवी!
AajTak
बिना खाने के करीब दो हफ्तों तक 6 लोग एक रिमोट आईलैंड पर फंसे रहें. बचाव के लिए उन्होंने एक बोतल में नोट रखकर नदी की तरफ बहा दिया. वह एक मछुआरे के हाथ लग गई और उनकी जान बच गई.
6 लोग एक रिमोट आईलैंड पर फंस गए. बिना खाने के लगभग दो हफ्ते तक वे लोग वहीं मदद का इंतजार करते रहे. उन्होंने अपनी गुमशुदगी की खबर दूसरों तक पहुंचाने के लिए एक बोतल का इस्तेमाल किया. इसमें वह सफल रहे. जिसके बाद नेवी के जवानों ने उन्हें बचा लिया. यह घटना पूरी तरह फिल्मी लगती है. लेकिन यह सच है.
ये सभी लोग, Bom Jesus शिप के क्रू मेंबर थे. 11 अप्रैल को इन लोगों की गुमशुदगी की बात सामने आई. क्योंकि वे लोग 10 दिन के समुद्री यात्रा से नहीं लौट पाए थे. यह ग्रुप 1 अप्रैल को Ilha das Flechas (ऐरो आईलैंड) नाम के एक आईलैंड पर फंस गया था. क्योंकि इन लोगों की शिप में आग लग गई थी.
इस गैर-आबादी वाले आईलैंड से वे लोग निकलने की कोशिश करने लगे. उन्होंने एक नोट लिखा और उसके बोतल में रखकर बॉल से बांध दिया. उन लोगों ने बोतल को इस उम्मीद से समुद्र में छोड़ दिया कि नदी में वह किसी के हाथ लग जाए.
CEN News Wire की रिपोर्ट के मुताबिक बोतल के अंदर नोट में लिखा था- Help, help! हमें मदद चाहिए, हमारी बोट में आग लग गई थी. हमलोग बिना खाने के 13 दिनों से ऐरो आईलैंड पर फंसे हैं. हमारी फैमली को इसकी जानकारी दे दीजिए. नोट पर उन्होंने अपने परिजनों का नंबर भी लिख रहा था.
नाविकों की किस्मत अच्छी थी. यह बोतल जल्द ही एक मछुआरे के हाथ लग गई. उसने इसे ब्राजीलियन नेवी को सौंप दिया. इसके बाद 13 अप्रैल को इन लोगों को बचा लिया गया. जिसके बाद city of Belém में उन 6 लोगों का मेडिकल चेपअप हुआ. जहां डॉक्टर ने उन्हें स्वस्थ्य बताया. ब्राजीलियन नेवी ने रेस्क्यू की तस्वीरें भी शेयर की है.
इनमें से एक सेलर की मां ने लोकल मीडिया से बातचीत में कहा- हम सभी लोग बहुत खुश हैं क्योंकि वह जीवित वापस लौट आए हैं. वहीं पोर्ट अथॉरिटी मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
Vivo ने भारत में 21 नवंबर को Vivo Y300 को लॉन्च किया था और आज इस हैंडसेट की पहले सेल शुरू होने जा रही है. इस हैंडसेट पर कई अच्छी डील्स और डिस्काउंट भी देखने को मिल रहे हैं. इस फोन में Snapdragon 4 Gen 2, 8GB Ram, 5,000mAh दी है. इसके साथ कंपनी ने बैंक ऑफर्स का भी ऐलान किया है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
फॉरेस्ट गार्ड्स की जिंदगी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है. जंगली जानवरों के बीच काम करने के कारण उन्हें हर पल अपनी जान का खतरा रहता है. बावजूद इसके, वे न केवल जंगल और वन्यजीवों की रक्षा करते हैं, बल्कि अपने कर्तव्य को भी पूरी निष्ठा से निभाते हैं. हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे दो फॉरेस्ट गार्ड्स ने अपनी सूझबूझ से टाइगर के हमले से खुद को बचाया.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या, कुल जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत है. यह समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का शिकार हो रहा है. हिंदू समुदाय के सदस्य कथित तौर पर लक्षित हत्याओं और हमलों का सामना कर रहे हैं. कई बार इन हमलों में मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है. इसके विरोध में चिन्मय प्रभु लड़ाई लड़ रहे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.