
सीमित समय के लिए ही धारण किए जाते हैं रत्न, जानें कौन-सा रत्न किस समय तक धारण करें
ABP News
ज्योतिष शास्त्र में 9 रत्नों को अहम माना गया है. व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ प्रभावों के असर को बढ़ाने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है.
ज्योतिष शास्त्र में 9 रत्नों को अहम माना गया है. रत्न शास्त्र में बताया गया है कि ज्योतिष की सलाह के बाद ही रत्न धारण करें. व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम करने और शुभ प्रभावों के असर को बढ़ाने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. कहते हैं कि रत्न व्यक्ति के ग्रहों की स्थिति को मजबूत कर शुभ फल प्रदान करने में मदद करते हैं. हर ग्रह के अनुसार ही रत्न धारण किया जाता है.
रत्न शास्त्र के अनुसार रत्न एक खास तरह की ऊर्जा का स्त्रोत होते हैं. इन्हें धारण करने से शरीर और ग्रहों की ऊर्जा के बीच तालमेल बना रहता है. इसे धारण करने से व्यक्ति पूरी मेहनत के साथ कार्य करता है और उसे अच्छे फल की प्राप्ति होती है. रत्नों को धारण करने के कुछ नियम होते हैं, जिन्हें धारण करते समय ध्यान रखना चाहिए. रत्न को धारण करने से पहले उसके वजन और समय का ख्याल जरूर रखें.