सीमा हैदर मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी, सचिन के रिश्तेदार हैं युवक
AajTak
पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर का मामला सुर्खियों में है. सीमा हैदर का कहना है कि वह पाकिस्तान वापस जाना नहीं चाहती है. उसने कहा है कि पाकिस्तान में उसे परेशान किया जाएगा. सीमा के पास से मिले पासपोर्ट को जांच के लिए पाकिस्तान एंबेसी भेजा गया है.
सीमा हैदर के मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है. दोनों युवक सचिन मीणा के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं. इनको फर्जी आधार कार्ड बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस को इनके पास से 15 फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं. पुलिस को इनके पास से आधार कार्ड बनाने वाले डिवाइस भी बरामद हुए हैं. वहीं, पुलिस इस मामले में ज्यादा खुलासा करने से बच रहे हैं. बताया गया है कि यह गिरफ्तारी सचिन के कहने पर की गई है.
सीमा से मिले पासपोर्ट भेजे गए पाकिस्तान एंबेसी
सीमा हैदर मामला (Seema Haider Case) इन दिनों लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. लिहाजा नोएडा पुलिस ने सीमा के पास से बरामद पासपोर्ट, सीमा का पाकिस्तानी पहचान पत्र, बच्चों के पासपोर्ट समेत बरामद सभी दस्तावेजों को पाकिस्तान एंबेसी को भेजा है. ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि सीमा पाकिस्तानी है या नहीं. वहीं दूसरी तरफ, सीमा के पास से बरामद मोबाइल फोन से क्या वाकई डेटा डिलीट हुआ था? 'आज तक' से बातचीत में सीमा ने दावा किया था कि उसने कोई डाटा डिलीट नहीं किया है.
हालांकि, पुलिस ने गाजियाबाद के फोरेंसिक लैब को सीमा का बरामद मोबाइल भेजा है जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है. फोरेंसिक रिपोर्ट आने तक और पाकिस्तान की तरफ से सीमा की पहचान को पुख्ता करने तक जांच चलती रहेगी और उसके बाद मामले में चार्जशीट तैयार होगी. जांच पूरी होने के बाद ही फैसला लिया जाएगा कि सीमा को भारत में रहने दिया जाएगा या पाकिस्तान भेज दिया जाएगा. 'आजतक' से बातचीत में सीमा ने इमोशमल होते हुए कहा था कि अब वो हिंदू बन गई है. वह भारत में ही जीना-मरना चाहती है. बस पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहती.
'चाहे RAW या CBI से करवा लें जांच'
सीमा ने कहा कि नेपाल में ही उसने अपना और बच्चों का धर्म बदला था. लेकिन उससे पहले से वो हिंदू धर्म को मानती थी. वह सचिन के लिए दो बार करवाचौथ का व्रत भी रख चुकी है. उसने बताया कि वह कोई जासूस नहीं है. चाहे तो उसका पॉलीग्राफी टेस्ट करवा लें. चाहे उसके बारे में RAW या CBI से जांच करवा लें. वह पुलिस का सहयोग करेगी. अगर वो कहीं भी गलत निकलती है तो उसे चाहे जेल में डाल दिया जाए. लेकिन उसे पाकिस्तान न भेजा जाए.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.