सीजन की पहली बर्फबारी में ही बंद हुई हिमाचल प्रदेश की 87 सड़कें, IMD ने जारी किया ये अलर्ट
AajTak
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई, जिसकी वजह से राज्य की करीब 87 सड़कों को बंद करना पड़ा. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) मुताबिक, शिमला में कुल 58 सड़कें बंद हैं, किन्नौर में 17, कांगड़ा में 6, लाहौल और स्पीति में 2, कुल्लू और चंबा जिलों में एक-एक सड़क बंद हैं.
हिमाचल प्रदेश में मौसम की पहली बर्फबारी हुई, जिसके कारण राज्य में कम से कम 87 सड़कें बंद हो गईं, जिनमें मनाली के रोहतांग दर्रे के पास अटारी-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग 3 भी शामिल है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी)मुताबिक, शिमला में कुल 58 सड़कें बंद हैं, किन्नौर में 17, कांगड़ा में 6, लाहौल और स्पीति में 2, कुल्लू और चंबा जिलों में एक-एक सड़क बंद हैं.हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के चलते बंद हुई ये सड़कें एसईओसी ने बताया कि हिमाचल के कुछ हिस्सों में बिजली की समस्या है क्योंकि 457 ट्रांसफार्मर बाधित हैं. शिमला, निकटवर्ती पर्यटक रिसॉर्ट कुफरी, फागू, चांसेल, नारकंडा और चूड़धार पर्वतमालाओं के साथ-साथ कई ऊंचे पर्वतीय दर्रों में बीते रविवार शाम को मौसम की पहली बर्फबारी हुई, जिससे दस सप्ताह का सूखा खत्म हो गया और किसानों, सेब उत्पादकों और होटल व्यवसायियों के चेहरे पर खुशी आ गई.
बता दें कि शिमला में 2.5 सेमी बर्फबारी हुई और रिज, मॉल रोड और जाखू पीक जैसे इलाके बर्फ की हल्की चादर से ढक गए. मनाली, कसौली और चैल जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में भी बर्फबारी दर्ज की गई. ऊंचाई वाले इलाकों और पहाड़ी दर्रे बर्फ से ढक गए, जिससे न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री की गिरावट आई. वहीं, ऊंचाई वाले आदिवासी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 12 से 18 डिग्री नीचे है. इसके अलावा ताबो में न्यूनतम तापमान शून्य से 12.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
लाहौल और स्पीति पुलिस के अनुसार, बीते रविवार शाम से बर्फबारी के कारण लाहौल में 490 वाहनों में फंसे लगभग 800 लोगों को बचाया गया है. ऊपरी शिमला क्षेत्र में कई सड़कों पर बर्फ और फिसलन भरी सड़कों की वजह से वाहनों की आवाजाही भी बाधित हुई. प्रतिकूल मौसम के बावजूद चल रही परीक्षाओं के कारण शिमला में स्कूल खुले रहे और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी प्रभावित नहीं हुई.
वहीं, हिमाचल प्रदेश के कोकसर में 6.7 सेमी बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि खदराला में 5 सेमी, सांगला में 3.6 सेमी, केलांग में 3 सेमी तथा निचार और शिमला दोनों में 2.5 सेमी बर्फबारी दर्ज की गई. राज्य के निचले पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई, कंडाघाट, कसौली, जुब्बड़हट्टी और मंडी में क्रमशः 2.2 मिमी, 2 मिमी, 1.9 मिमी और 1.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई. IMD ने जारी की घने कोहरे की चेतावनी हिमाचल प्रदेश में तीव्र शीत लहर की स्थिति बनी रही और कई स्थानों पर तापमान शून्य से दो से छह डिग्री नीचे दर्ज किया गया. हल्की बारिश और बर्फबारी के कारण 1 अक्टूबर से 9 दिसंबर तक राज्य में मॉनसून के बाद की वर्षा की कमी 98 प्रतिशत से घटकर 96 प्रतिशत हो गई है. इस दौरान राज्य में 2.1 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य वर्षा 49.3 मिमी होती है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चम्बा में वर्षा की कमी 100 प्रतिशत, बिलासपुर, कुल्लू, सिरमौर और हमीरपुर में 99 प्रतिशत, कांगड़ा और सोलन में 97 प्रतिशत तथा शिमला में 96 प्रतिशत रही है. भारतीय मौसम विभाग ने 10 और 11 दिसंबर को सुबह, शाम और देर रात के समय भाखड़ा बांध जलाशय क्षेत्र (बिलासपुर) और बल्ह घाटी (मंडी) के कुछ हिस्सों में घने कोहरे की पीली चेतावनी जारी की है.
नए साल से पहले हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में जबरदस्त बर्फबारी का सिलसिला चल रहा है. इन दिनों बर्फबारी का सबसे ज्यादा असर हिमाचल प्रदेश में हैं. हिमाचल के कई इलाकों में जमा देने वाली ठंड पड़ रही है. बर्फबारी के चलते कई इलाकों में तापमान माइनस में पहुंच गया है और इस बीच सैलानियों के हिमाचल आने का सिलसिला लगातार बना हुआ है. बड़ी संख्या में पर्यटक नए साल का जश्न मानने के लिए हिमाचल प्रदेश पहुंच रहे हैं. बर्फबारी के बीच हिमाचल के खूबसूरत नजारों का आनंद ले रहे हैं.
इंडिया टुडे/आजतक की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम द्वारा हाई रेज्योलूशन सैटेलाइट तस्वीरों में सैनिकों की वापसी के संकेत साफ दिखाई देते हैं, लेकिन चीन की ओर से तनाव कम करने का कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिलता है. चीन पैंगोंग लेक के उत्तरी तट के पास विवादित क्षेत्रों में अपने सैन्य और दोहरे इस्तेमाल के लिए बुनियादी ढांचे बना रहा है
मोहन भागवत के मंदिर खोजने वाले बयान पर विवाद जारी है. वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन ने कहा कि अगर मथुरा और काशी मिल जाए तो बाकी मंदिरों की मांग छोड़ सकते हैं. उन्होंने 1984 के संतों के प्रस्ताव का जिक्र किया. जिसमें केवल तीन स्थान मांगे गए थे. जैन ने कहा कि अयोध्या तो मिल गया है, अब बाकी दो चाहिए. देखें VIDEO
संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान से असहमति जताई है. भागवत ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण के बाद कुछ लोग नए मंदिर-मस्जिद विवाद उठाकर हिंदू नेता बनना चाहते हैं. ऑर्गनाइजर ने इस तर्क को नकारते हुए कहा कि विवादित स्थलों का इतिहास जानना सभ्यतागत न्याय के लिए जरूरी है. देखिए VIDEO
कोटपूतली-बहरोड़ जिले में 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरी तीन साल की चेतना को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी हैं. स्थानीय प्रशासन की कोशिशों के नाकाम होने के बाद अब लोगों को रैट माइनर्स से काफी उम्मीदें हैं. वहीं,अपनी बेटी की हालत को लेकर चिंतित ढोली देवी ने सोमवार को हुए दुखद हादसे के बाद से कुछ भी नहीं खाया है.