'सीएम की यात्रा G-420 का जमावड़ा...', ममता की यात्रा पर TMC-BJP में छिड़ी जुबानी जंग
AajTak
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने पीएम मोदी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाने पर टीएमसी को भ्रष्टाचार के साथ मेलजोल बढ़ाने वाला कहा तो वहीं, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने पलटवार किया कि, बनर्जी, मोदी से ज्यादा भरोसेमंद हैं. घोष ने X पर लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्राओं पर निकले थे, जबकि मणिपुर जल रहा था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के 12 दिवसीय दौरे के बाद कोलकाता लौट आई हैं. लेकिन, एक दिन बाद रविवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच इस यात्रा को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई. भगवा पार्टी ने जहां मुख्यमंत्री के दौरे का मजाक उड़ाया, वहीं तृणमूल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाए.
शुभेंदु अधिकारी और कुणाल घोष भिड़े भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने पीएम मोदी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाने पर टीएमसी को भ्रष्टाचार के साथ मेलजोल बढ़ाने वाला कहा तो वहीं, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने पलटवार किया कि, बनर्जी, मोदी से ज्यादा भरोसेमंद हैं. घोष ने X पर लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्राओं पर निकले थे, जबकि मणिपुर जल रहा था. वह अमेरिका, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए रवाना हुए, लेकिन एक बार भी मणिपुर जाने की जहमत नहीं उठाई. हमें इस नौटंकी के लिए बख्श दो! हम सभी जानते हैं कि कौन सा नेता भरोसेमंद है और कौन नहीं!'
सीएम की यात्रा को बताया भ्रष्टाचार असल में इससे पहले शुभेंदु अधिकारी ने लिखा था कि, 'जिन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विदेश में छुट्टियां मनाने के बीच तुलना करने की कोशिश की है, मैं उनको अंतर बताता हूं कि उनकी रणनीतिक यात्राओं का मकसद दुनिया में 'देश का गौरव बढ़ाना' था, जबकि मुख्यमंत्री की यात्रा भ्रष्टाचार थी. TMC को कहा, तोलामूल पार्टी अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी की रणनीतिक यात्राओं ने पहले हमारे देश को एक ऐसे देश के रूप में पहचाने जाने की नींव रखी, जिसे अब 'विश्व मित्र' के रूप में माना जा रहा है, जो गर्व से एक सफल जी 20 की मेजबानी कर सकता है. दूसरी ओर मौजूदा शासन और पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ 'तोलामूल पार्टी' के भ्रष्टाचार के साथ मेलजोल को देखते हुए मुख्यमंत्री की यात्रा/छुट्टी के बाद केवल एक चीज जो हासिल की जा सकती है, वह है जी 420 का सफल जमावड़ा. डेंगू के बीच छुट्टियां मनाने गई थीं सीएम शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को मीडिया बातचीत में कहा, 'जब पश्चिम बंगाल में डेंगू की स्थिति चिंताजनक हो रही थी, तब मुख्यमंत्री प्रकोप की परवाह किए बिना विदेश में छुट्टियां मनाने चली गईं. इस बीच वह एक निरर्थक यात्रा से लौटी हैं, डेंगू की स्थिति बदतर हो गई है.' शनिवार शाम करीब सात बजे हवाईअड्डे पर उतरीं बनर्जी ने कहा कि वह खुश हैं क्योंकि वह पश्चिम बंगाल के लिए कुछ कर सकती हैं. उन्होंने कहा, यह एक बहुत अच्छी यात्रा थी. मैंने अपने जीवन में इतना सफल दौरा कभी नहीं देखा. मुझे खुशी है कि मैं बंगाल के लिए बहुत कुछ कर सकी. उन्होंने यह भी कहा, बैठकों का आयोजन फिक्की और इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा किया गया था. प्रमुख समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.