
सियाचिन दिवस: दुर्गम इलाके में देश की सुरक्षा के लिए जवानों का अदम्य साहस
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1984 में भारतीय सेना ने पहली बार सियाचिन ग्लेशियर पर कदम रखा था. यह दुनिया का सबसे दुर्गम इलाका है, जहाँ चोटियां 16,000 से 25,000 फीट तक ऊंची हैं. सियाचिन पर तैनाती से पहले जवानों को तीन महीने की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है. वहाँ ऑक्सीजन की कमी और कठोर परिस्थितियों में रहना बड़ी चुनौती है.

दिल्ली सरकार के गृह मंत्री आशीष सूद ने दिल्ली के सभी नागरिको से अपील की कि इस देशहित के काम के लिए सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग करें और दिल्ली में अवैध रूप से ठहरे हुए सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने में मदद करें. उन्होंने दिल्ली वालों से यह भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक के अवैध रूप से ठहरे होने की कोई जानकारी मिले, तो तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन में उसकी सूचना दें.

शिकायतकर्ता के अनुसार, गुरुवार को स्कूल से घर लौटने के बाद बच्चे ने अपनी निजी अंगों में असहजता की शिकायत की. जब उससे और पूछा गया तो उसने 'बस अंकल' का जिक्र किया. गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में भी बदलापुर में एक क्लीनर द्वारा दो प्री-प्राइमरी छात्राओं के यौन शोषण का मामला सामने आया था, जिससे व्यापक आक्रोश पैदा हुआ था.

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीरियों में आतंकवाद के खिलाफ शांति का संदेश देने की बेचैनी है. वे कश्मीर को आतंकवाद से अलग करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि गलतफहमियां दूर हों. इसी कड़ी में, श्रीनगर से आए कार एंथुसियास्ट्स ने लग्जरी गाड़ियों पर 'यूनाइटेड अगेंस्ट टेरर' के बैनर लगाकर पहलगाम तक रैली निकाली.

केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि के निलंबन के बाद, पश्चिमी नदियों के जल के ज्यादा इस्तेमाल पर विचार कर रही है. गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में, जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने कहा कि सरकार इस दिशा में काम कर रही है कि भारत से पाकिस्तान को पानी की एक भी बूंद न जाए.