सिक्योरिटी इंचार्ज को नौकरी से निकाला तो गैंगस्टर बनकर किया कॉल, मांगी दो करोड़ की फिरौती
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राजस्थान के जयपुर में एक सोसायटी से सिक्योरिटी इंचार्ज को नौकरी से निकाला गया तो उसने बदला लेने के लिए ऐसा तरीका निकाला, जिसने सबके होश उड़ा दिए. सिक्योरिटी इंचार्ज ने व्यापारी को इंटरनेट कॉल कर खुद को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ बताया और दो करोड़ रुपये की फिरौती की मांग कर दी. पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद जांच की तो मामले का खुलासा हो गया.
राजस्थान में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई, गोल्डी बराड़, रोहित गोदारा जैसे बदमाशों के नाम से व्यापारियों से करोड़ों की फिरौती मांगने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे ज्यादातर मामलों की जांच की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. पुलिस जांच में पता चला है कि व्यापारियों से इंटरनेट कॉल के जरिए पिछले कुछ दिनों में रंगदारी मांगी गई. ऐसे ज्यादातर कॉल बदला लेने के लिए गैंगस्टरों के नाम से किए गए थे.
जयपुर में गलता गेट और ज्योति नगर में व्यापारियों से मांगी गई 2-2 करोड़ की रंगदारी के मामलों की जांच में ऐसा खुलासा हुआ है. यहां सिक्योरिटी इंचार्ज की नौकरी से निकालने पर एक शख्स ने उसी व्यापारी को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के नाम से 2 करोड़ की फिरौती मांगी, लेकिन जब मामले का पटाक्षेप हुआ तो सब हैरान रह गए.
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जयपुर के ज्योति नगर इलाके के व्यापारी रोहित अग्रवाल के पास 12 अप्रैल की रात इंटरनेट कॉल आए, इसमें कॉल करने वाले ने खुद को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ बताते हुए 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी. इसके बाद व्यापारी ने ज्योति नगर थाने में मामले की शिकायत की.
मामले की जांच के लिए एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत के नेतृत्व में SIT गठित की गई. एसआईटी ने जांच की तो पता चला कि ये सभी कॉल किसी एप के जरिए हुए हैं. इसके बाद तकनीकी आधार पर जांच करके आरोपी सौरभ सिंह को पुलिस ने दबोच लिया.
मामले को लेकर क्या बोले SIT प्रभारी?
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.