सिक्किम में 30 अक्टूबर से स्पाइस जेट की हवाई सेवाएं बंद, ये है वजह
AajTak
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि "पक्योंग में खराब मौसम की स्थिति और कम दृश्यता के कारण 30 अक्टूबर, 2022 से पक्योंग हवाई अड्डे से स्पाइसजेट की उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है.
सिक्किम के पाक्योंग में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए दैनिक उड़ानें चलाने वाली एकमात्र एयरलाइन स्पाइसजेट 30 अक्टूबर से पहाड़ी राज्य में सेवाओं को निलंबित कर देगा. एयरलाइन के प्रवक्ता के अनुसार, खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण यह निर्णय लिया गया है.
प्रवक्ता ने कहा कि पक्योंग में खराब मौसम की स्थिति और कम दृश्यता के कारण 30 अक्टूबर, 2022 से पक्योंग हवाई अड्डे से स्पाइसजेट की उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. पक्योंग एक वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल्स) हवाई अड्डा है और यहां इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग की सुविधा नहीं है. हमारे यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए उड़ान संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. सेवाओं के फिर से शुरू होने के बाद हम अपडेट साझा करेंगे.
'मॉनसून में हुआ काफी नुकसान' कंपनी के इस फैसले से संबंधित एक नोटिस एयरपोर्ट के रिसेप्शन और टिकट काउंटर पर लगाया गया है. हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि स्पाइसजेट को मॉनसून में काफी नुकसान हुआ है. खराब मौसम के कारण वाहक को उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं. 2018 में टेबल-टॉप हवाई अड्डे से परिचालन शुरू करने वाली स्पाइसजेट वर्तमान में दिल्ली और कोलकाता के लिए दैनिक सीधी उड़ानें संचालित करती है.
अगले साल की शुरुआत में शुरू हो सकती हैं सुविधाएं अधिकारियों ने कहा कि इस कदम से स्थानीय लोगों को असुविधा होगी, जो साथ ही राज्य में पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं. पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'हम उम्मीद कर रहे हैं कि सेवाएं अगले साल की शुरुआत में फिर से शुरू हो जाएंगी, क्योंकि मौसम आमतौर पर साल के उस समय के आसपास अनुकूल होता है.'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.