साबरमती जेल से कारोबार चला रहा था अतीक, गुजरात में किया करोड़ों का इनवेस्टमेंट
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अतीक को साल 2019 में साबरमती जेल लाया गया था. इसके बाद वह यहीं से अपना कारोबार करना चाह रहा था. दरअसल, 2022 से योगी सरकार ने माफियों के खिलाफ अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. इसकी वजह से अतीक परेशान रहने लगा था. बताया जा रहा है कि साबरमती जेल में अतीक की मदद अलताफ बस्सी उर्फ अलताफ पठान ने की थी.
यूपी का माफिया अतीक अहमद अहमदाबाद की साबरमती जेल में रहते हुए गुजरात में भी अपना कारोबार जमाने की कोशिश कर रहा था. गुजरात में वह कारोबारी की तरह काम कर रहा था. उत्तर प्रदेश में जुटाई जुर्म की काली कमाई को वह गुजरात के कई हिस्सों में इनवेस्ट कर रहा था.
अतीक की नजर एक कपड़ा मील की जमीन पर थी. इसे खरीदने के लिए उसने करोड़ों रुपये लगा दिए थे. सूत्रों की मानें, तो अतीक ने जेल में अपने लिए मोबाइल और अन्य सुविधाएं जुटा ली थीं. अतीक को साल 2019 में साबरमती जेल लाया गया था और इसके बाद वह यहीं से अपना कारोबार करना चाह रहा था.
दरअसल, 2022 से योगी सरकार ने माफियों के खिलाफ अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. इसकी वजह से अतीक परेशान रहने लगा था. बताया जा रहा है कि साबरमती जेल में अतीक की मदद अलताफ बस्सी उर्फ अलताफ पठान ने की थी. अब अलताफ के जरिए ही अतीक के रुपये गुजरात में इनवेस्ट करने की बात सामने आ रही है.
कौन है अलताफ बस्सी
पांचवी पास अलताफ बस्सी अहमदाबाद के बापुनगर इलाके का रहने वाला है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में अलताफ ने समाजवादी पार्टी की टिकट से बापुनगर से चुनाव लड़ा था. साथ ही अहमदाबाद म्युनिसिपल कार्पोरेशन के चुनाव के वक्त अलताफ बस्सी ने AIMIM के टिकट से चुनाव लड़ा था.
बताया जा रहा है कि वह यूपी चुनाव में भी था और इसी दौरान शाइस्ता और अलताफ की मुलाकात हुई थी. अतीक के कहने पर ही शाइस्ता ने AIMIM ज्वाइन की थी. इसमें भी अलताफ की ही महत्वपूर्ण भूमिका थी.
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