
साइंटिस्ट ने Drone में लगाया इंसान जैसा दिमाग, अब चुटकियों में पुलिस के हत्थे चढ़ेंगे अपराधी, ऐसे करेगा मदद
Zee News
तकनीकी दुनिया विकास के पथ पर अग्रसर है और तकनीक की मदद से हर व्यक्ति अपना काम आसान करना चाहता है और कर भी रहा है. हाल ही में, चेक पुलिस और वहां की एक यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मिलकर ड्रोन सिस्टम्स में एक ऐसा फीचर ऐड किया है जो एक मनुष्य के दिमाग की तरह काम करेगा. आइए जानें कैसे..
नई दिल्ली. तकनीक का असर दुनिया भर में हर जगह हो रहा है. बाकी क्षेत्रों की तरह कानून-संबंधी संस्थाएं भी अपने काम में तकनीक का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही हैं. यह संस्थाएं लोगों के एक बड़े समूह पर नज़र रखने के लिए ड्रोन सिस्टम का प्रयोग करती हैं जो काफी सफल भी साबित हुआ है. इस ड्रोन सिस्टम में एक ही कमी है और वह यह है कि मशीन होने के नाते ड्रोन्स यह नहीं समझ पाते कि एक व्यक्ति की कौनसी हरकत सामान्य है और कौनसी असामान्य. कुछ वैज्ञानिकों ने इस एक समस्या का समाधान भी निकाल लिया है. वह इन ड्रोन सिस्टम्स में एक ऐसा सर्वेलांस सिस्टम डाल रहे हैं जो एक मनुष्य के दिमाग की तरह काम कर सकेगा. आइए जानें क्या है यह तकनीक... पुलिस का काम और सरल करने और ड्रोन्स को और बेहतर बनाने की यह कोशिश बरनो यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलोजी और चेक रिपब्लिक की पुलिस मिलकर कर रहे हैं. इनके एक जॉइन्ट रिसर्च प्रोग्राम के तहत इस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सर्वेलांस सिस्टम बनाया है, जो ड्रोन के फुटेज का उस तरह मनोविश्लेषण करेगा जैसे एक मनुष्य का दिमाग करता है. इस तरह यह ड्रोन्स खुद ही यह समझ पाएंगे कि किस व्यक्ति का व्यवहार संदेहजनक है और किसका नहीं.More Related News