सांसद नवनीत राणा को नहीं मिलेगा घर का भोजन, खाना पड़ेगा जेल का खाना
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अमरावती की सांसद नवनीत राणा की घर से खाना मंगाने की मांग कोर्ट ने नामंजूर कर दी है. नवनीत के वकील का कहना है कि घरेलू भोजन की याचिका क्यों खारिज कर दी गई, इसका कारण आदेश कॉपी आने पर ही पता चलेगा.
महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को जेल का ही भोजन खाना पड़ेगा. स्पेशल मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने घर से खाना मंगाने की उनकी मांग को खारिज कर दिया है. वहीं इस मामले में अभियोजन पक्ष का कहना है कि मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बुलाया नहीं था, लेकिन नवनीत राणा की घरेलू भोजन की याचिका क्यों खारिज कर दी गई, इसका कारण आदेश कॉपी आने पर ही पता चलेगा. हालांकि कहा जा रहा है कि घर का खाना क्यों मांगा जा रहा था, इस बारे में कुछ खास नहीं बताया गया था. आमतौर पर जेल में घरेलू भोजन की अनुमति के लिए चिकित्सीय कारण देखे जाते हैं.
जेल अधिकारियों को भेजा कानूनी नोटिस
नवनीत राणा अभी भायखला जेल में बंद हैं और जब से वह वहां हैं, पुलिस और जेल मशीनरी के हाथों हाथापाई और दुर्व्यवहार की शिकायत कर रही हैं. इस बीच नवनीत राणा की कानूनी टीम ने भायखला जेल अधीक्षक को भी सीटी स्कैन के लिए नवनीत को अस्पताल नहीं ले जाने पर नोटिस जारी किया है. एडवोकेट रिजवान मर्चेंट ने बताया कि नवनीत की पीठ में अकड़न आ गई थी, जिसके कारण उन्हें 27 अप्रैल को सरकारी जेजे अस्पताल ले जाया गया था. मर्चेंट के अनुसार, डॉक्टर ने सीटी स्कैन कराने की सिफारिश की थी, लेकिन जेल अधिकारियों ने उनका सीटी स्कैन नहीं कराया. इसीलिए उन्हें कानूनी नोटिस जारी किया गया है.
23 अप्रैल को हुई थी गिरफ्तारी इस बीच नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की जमानत याचिका पर सेशन कोर्ट में बहस होगी. नवनीत और रवि राणा को 23 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने खार से राजद्रोह की कड़ी धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था और 24 अप्रैल से ये दोनों ही अलग-अलग जेलों में बंद हैं. दरअसल राणा दंपति महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा करना चाहते थे, जिसके बाद ये पूरी घटना हुई.
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