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सांपों के 1 ग्राम जहर की कीमत 6 लाख, जानिए उस देश के बारे में जो करता है स्नेक फार्मिंग, कितना खतरनाक है ये?
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यूट्यूबर एल्विश यादव पर रेव पार्टी में सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप लगा. इसके बाद से सांपों का जहर चर्चा में है. युवा इसे नशे की तरह भी इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं चीन का एक गांव ऐसा है, जहां जहरीले सांपों की फार्मिंग होती है. यहां लाखों सांप पाले जाते हैं, और फिर उनकी सप्लाई होती है.
कोरोना के दौर में चीन पर आरोप लगा कि वहां के लोगों की चमगादड़ खाने की आदत के चलते इंसानों तक कोरोना वायरस पहुंचा. हालांकि इसका सच-झूठ पता नहीं लग सका लेकिन चीन ने आनन-फानन एग्जॉटिक पशुओं वाले सारे बाजारों पर सख्ती करनी शुरू कर दी. इसी बीच स्नेक फार्म्स की बात निकली. जैसे दुनिया के बहुत से देशों में चिकन के फार्म्स होते हैं, उसी तर्ज पर चीन में स्नेक फार्मिंग हो रही है. कई गांव हैं, जहां सांपों को पैदा किया और पाला-पोसा जाता है.
इस गांव को कहते हैं स्नेक विलेज
शेजियांग प्रांत के जिसिकियाओ गांव में यही काम होता है. वहां लगभग हर परिवार स्नेक फार्मिंग करता है. यही वजह है कि इसे स्नेक विलेज भी कहा जाने लगा. लगभग 7 दशक पहले इस गांव ने स्नेक फार्मिंग की जिम्मेदारी ली. एक अनुमान के मुताबिक, यहां हर साल से 3 से 5 मिलियन सांपों का जन्म होता है. वयस्क होने पर या डिमांड के मुताबिक उनकी चीन या बाहर सप्लाई होती है.
इलाज के काम आता रहा
ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन (TCM) में सांपों की स्किन से लेकर उनके तेल और जहर का भी उपयोग होता रहा. अगर आसान तरीके से समझना चाहें तो जैसे आयुर्वेद में हम जड़ी-बूटियों से दवा बनाते हैं, उसी तरह चीन में सांपों या कई पशुओं से दवाएं बनाई जाती रहीं.
ये सांप हैं डिमांड में
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