![सरकार ने NTAGI से पूछा, Sputnik V वैक्सीन लगवाने वालों के लिए बूस्टर या थर्ड डोज का क्या है ऑप्शन?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202204/vaccine_1_0-sixteen_nine.jpg)
सरकार ने NTAGI से पूछा, Sputnik V वैक्सीन लगवाने वालों के लिए बूस्टर या थर्ड डोज का क्या है ऑप्शन?
AajTak
स्पूतनिक-5 वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगवाने वालों के लिए बूस्टर डोज के तौर पर क्या ऑप्शन हो सकता है, इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह से मांगी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन को लेकर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (National Technical Advisory Group on Immunisation) से कहा है कि जिन लोगों ने रूस की स्पुतनिक-5 (Sputnik V) वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगवाई है, उनके लिए अब तीसरी डोज या फिर बूस्टर डोज के लिए क्या ऑप्शन हो सकता है. बता दें कि रूसी वैक्सीन निर्माताओं को कोरोना की दूसरी डोज बनाने में तकनीकी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्र ने बताया कि हमने NTAGI से पूछा है कि ऐसे लोगों को बूस्टर डोज में क्या दिया जाना चाहिए, जो कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-5 लगवा चुके हैं. हालांकि इस बारे में NTAGI की ओर से कोई भी जवाब नहीं दिया गया है. सलाहकार समूह की ओर से कहा गया है कि जिन लोगों को बूस्टर डोज के रूप में AD-26 कॉम्पोनेंट दिय़ा जा रहा है, उसने डाटा का अध्ययन किया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि NTAGI उन केसों की भी स्टडी करेगा, जिन्होंने रूसी वैक्सीन Sputnik V की पहली और दूसरी डोज ली है, इसके बाद उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा है.
बता दें कि Sputnik V वैक्सीन की डोज 1, डोज 2 से अलग है. दरअसल, डोज-1 एडेनो-वेक्टर एडी 26, जबकि दूसरी डोज एडेनो-वेक्टर एडी-5 घटक है. बता दें कि रूसी वैक्सीन निर्माताओं को दूसरी डोज बनाने में तकनीकी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में अब तक स्पुतनिक की 12,23,199 खुराक दी जा चुकी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206142332.jpg)
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान बुधवार को संपन्न हो चुके हैं. 8 फरवरी को चुनाव के परिणाम आने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सत्ता की चाबी पाने के लिए उत्सुक है. वहीं, आम आदमी पार्टी जीत की हैट्रिक लगाने की सोच रही है. सो सॉरी के इस खास संस्करण में देखें पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बीच पॉलिटिकल मुशायरा.
![](/newspic/picid-1269750-20250206140735.jpg)
अमेरिका से डिपोर्ट हुए आकाश के परिवार के उनके डंकी रूट से अमेरिका में एंट्री करने के कुछ वीडियो साझा किए हैं, जिसमें वह पनामा के घने जंगलों में अन्य अवैध अप्रवासियों के साथ डेरा डाले हुए है. वीडियो में महिलाएं और बच्चे नदी से गुजरते हुए दिख रहे हैं. जंगल में कई जगह कीचड़ होने की वजह से उनके पैर पूरी तरह सन चुके हैं. परिवार ने बताया कि आकाश ने 10 महीने पहले भारत छोड़ा और 26 जनवरी को अमेरिका में एंट्री करने के लिए मैक्सिको बॉर्डर लांघ दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250206135028.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के विपरीत हमारा मंत्र 'सबका साथ, सबका विकास' है. मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न देने योग्य नहीं समझा. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए ठोस काम किए हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250206133703.jpg)
केरल में जहर देकर अपने बॉयफ्रेंड की हत्या के मामले में सेशंस कोर्ट द्वारा फांसी की सजा को युवती ग्रीष्मा ने हाई कोर्ट में चुनौती दी है. उसने निचली अदालत के फैसले को गलत ठहराते हुए कहा कि बिना तथ्यों के आधार पर उसके खिलाफ फैसला सुना दिया गया क्योंकि इसके लिए कोर्ट के ऊपर दबाव था. हाई कोर्ट ने इस मामले में निचली अदालत से सभी दस्तावेज मांगे हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250206130215.jpg)
दिल्ली के सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में बुर्के को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया है कि वे बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग करवा रहे हैं. इसके जवाब में विपक्ष का कहना है कि बीजेपी मुस्लिम महिलाओं को वोट देने से रोक रही है. चुनाव आयोग के अनुसार, प्रत्येक वोटर को मतदान से पहले चेहरा दिखाना अनिवार्य है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206130150.jpg)
अमेरिका में अवैध प्रवासी घोषित किए गए 104 भारतीय नागरिकों को भारत वापस भेज दिया गया है. अमेरिकी सेना के खास विमान में इन सभी भारतीयों को अपराधियों की तरह हाथ-पैर बांधकर भारत लाया गया. भारतीय नागरिकों को इस तरह से वापस भेजना भारत में बहस का विषय बना हुआ है. इसी बीच नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की ओर से बयान जारी किया गया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206115426.jpg)
अमेरिका से डिपोर्ट हुए आकाश के परिवार के उनके डंकी रूट से अमेरिका में एंट्री करने के कुछ वीडियो साझा किए हैं, जिसमें वह पनामा के घने जंगलों में अन्य अवैध अप्रवासियों के साथ डेरा डाले हुए है. वीडियो में महिलाएं और बच्चे नदी से गुजरते हुए दिख रहे हैं. जंगल में कई जगह कीचड़ होने की वजह से उनके पैर पूरी तरह सन चुके हैं. परिवार ने बताया कि आकाश ने 10 महीने पहले भारत छोड़ा और 26 जनवरी को अमेरिका में एंट्री करने के लिए मैक्सिको बॉर्डर लांघ दिया.