समीर भुजबल ने दिया इस्तीफा, महायुति में शुरु हुई बगावत, नांदगांव से भरा स्वतंत्र उम्मीदवार का नामांकन
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समीर भुजबल, जो छगन भुजबल के भतीजे हैं और मुंबई में एनसीपी के अध्यक्ष भी हैं, ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने नांदगांव से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है. नांदगांव विधानसभा शिंदे गुट के तहत आती है और वहां से पार्टी द्वारा सुहास कांडे को मौजूदा विधायक के रूप में उम्मीदवार बनाया गया है. यह घटनाक्रम महायुति में बढ़ते तनाव को दर्शाता है और राजनीतिक हलचल का संकेत देता है. समीर का यह कदम महाराष्ट्र की राजनीति में नई दिशा संजोने की कोशिश कर रहा है. महायुति में इस बगावत का असर आगामी चुनाव परिणामों पर पड़ सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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