
सचिन पायलट ने चलाई कार, बगल में बैठे CM गहलोत- उपचुनाव से पहले दिखी एकजुटता
The Quint
Rajathan Congress; कांग्रेस, राजस्थान में होने वाले उपचुनाव से पहले एक जुटता का संदेश देने की कोशिश में है; CONGRESS IS TRYING TO GIVING A MESSAGE BEFORE THE BY POLLS THAT THEY ARE UNITED
कांग्रेस की सियासत में 6 महीने बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) को एक साथ लाकर पार्टी एकजुटता का मंत्र दोहरा रही है. शुक्रवार 8 अक्टूबर को वल्लभनगर और धरियावद सीट पर उपचुनाव नामांकन के आखिरी दिन ये दोनों नेता एक साथ नजर आए. प्रदेश प्रभारी अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के साथ ये दोनों नेता जयपुर से उपचुनावी सभाओं को संबांधित करने एक साथ हेलीकाप्टर में रवाना हुए.उदयपुर के वल्लभनगर पहुंचने पर तो नजारा कांग्रेस के लिहाज से और भी सुखद दिखाई दिया. वल्लभनगर हैलीपैड से मंच तक पायलट ने कार खुद ड्राइव की और मुख्यमंत्री गहलोत उनके बगल में बैठे. दोनों नेताओं को एक साथ यूं गाड़ी में आता देख कर एक बार तो मंच पर मौजूद कांग्रेस के नेता भी आश्चर्यचकित रह गए, लेकिन बाद में कांग्रेस के नेताओं के बीच इस सुखद दृश्य की चर्चा होती रही.इससे पहले ये दोनों नेता मार्च में तीन सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान साथ नजर आए थे. इसका असर इन चुनाव परिणामों में दिखाई दिया था. कांग्रेस ने तीन में से दो सीटों पर भारी अंतर से जीत दर्ज की थी.ADVERTISEMENTपायलट-गहलोत के बीच लंबे अरसे से नहीं हुई थी मुलाकातगहलोत और पायलट के बीच पिछले साल जून में चले सियासी ड्रामे के बाद से तल्खी बढ़ी हुई है.दोनों नेता इस घटनाक्रम के बाद कभी कभार ही मंच पर एक साथ दिखाई दिए. हालांकि इस बीच इनके समर्थकों और कई अवसर पर दोनों के बीच भी जुबानी जंग होती रही.अभी हाल ही में गहलोत ने दो अक्टूबर को मुख्यमंत्री निवास पर हुए कार्यक्रम में कहा कि वो अभी बिलकुल ठीक हैं. 15-20 साल वह कहीं जाने वाले नहीं है. इसके जवाब में पायलट ने भी गुरुवार को एक पुस्तक के विमोचन अवसर पर कह डाला कि वे पचास साल तक यहीं रहने वाले हैं.(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)...