सचिन ने कोविडकाल में तनाव से निपटने को दिया "गुरुमंत्र", छात्रों सहित सभी को देगा फायदा
NDTV India
तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा कि खिलाड़ी को मुश्किल समय का सामना करना ही पड़ता है, लेकिन यह जरूरी है कि वह बुरे समय को स्वीकार करें. उन्होंने कहा, ‘जब आप चोटिल होते है तो चिकित्सक या फिजियो आपका इलाज करते है. मानसिक स्वास्थ्य के मामले में भी ऐसा ही है. किसी के लिए भी अच्छे-बुरे समय का सामना सामान्य बात है.’
जब कोरोनाकाल के बहुत ही मुश्किल दौर में तमाम लोग, खिलाड़ी और छात्र अच्छे मानसिक स्वास्थ्य और अलग-अलग तनाव से गुजर रहे हैं, तो ऐसे समय में महान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने तनाव से निपटने को अपना अनुभव साझा किया है कि वह अपने खेल के दिनों में इससे कैसे पार पाते थे. सचिन (Sachin Tendulakr) ने एक ऑनलाइन शैक्षणिक कंपनी के ऑनलाइन सेशन में रविवार को कहा कि अपने 24 साल के करियर के एक बड़े हिस्से को उन्होंने तनाव में रहते हुए गुजारा है और वह बाद में इस बात को समझने में सफल रहे कि मैच से पहले तनाव खेल की उनकी तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था. कोविड-19 के दौरान बायो-बबल (जैव-सुरक्षित माहौल) में अधिक समय बिताने से खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहे असर के बारे में बात करते हुए मास्टर ब्लास्टर ने कहा कि इससे निपटने के लिए इसकी स्वीकार्यता जरूरी है. साथ ही, सचिन ने बातचीत में सेशन में हिस्सा ले रहे छात्रों सहित देश के तमाम लोगों को इस बहुत ही मुश्किल दौर में तनाव से निपटने का मंत्र भी दिया.More Related News