सऊदी अरब के क्राऊन प्रिंस का यह लक्ष्य क्या भारत के बिना पूरा होगा?
BBC
ऊर्जा निर्यात ही सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. सऊदी अरब राजस्व की निर्भरता तेल से कम करने की कोशिश कर रहा है लेकिन ये अब भी दूर की कौड़ी है.
सऊदी अरब ने 2060 तक ज़ीरो-नेट इमिशन का लक्ष्य रखा है. शनिवार को सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सऊदी ग्रीन इनिशिएटिव (एसजीआई) के प्रमुख के तौर पर एक पर्यावरण सम्मेलन में इसकी घोषणा की.
क्राउन प्रिंस ने कहा कि सऊदी अरब हर साल 27 करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन में कमी लाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए 186.63 अरब डॉलर के निवेश की ज़रूरत होगी.
क्राउन प्रिंस ने कहा कि एसजीआई के तहत पहले चरण में साल 2030 तक हर साल कार्बन उत्सर्जन में 278 मेगा टन की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है. इस साल की शुरुआत के एसजीआई समिट में जो लक्ष्य रखा गया था, उसका यह दोगुना से भी ज़्यादा है.
इसके अलावा, सऊदी अरब 'वैश्विक मीथेन संकल्प' में भी शामिल होगा और साल 2030 तक वैश्विक मीथेन उत्सर्जन में 30 फ़ीसदी तक की कमी लाएगा. सऊदी अरब ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में अगले महीने होने वाले वैश्विक जलवायु सम्मेलन से पहले ये घोषणा की है.