
सऊदी अरब और ईरान: एक दूसरे के धुर-विरोधी में बातचीत की शुरुआत क्यों
BBC
इसराइल और फ़लस्तीनियों के बीच ख़ूनी संघर्ष के अलावा मध्य-पूर्व में एक और बड़ी घटना हो रही है.
जब पिछले हफ़्ते दुनिया भर की नज़रें इसराइल और फ़लस्तीनियों के बीच हो रहे हिंसक संघर्ष पर टिकी हुईं थीं, ठीक उसी समय मध्य-पूर्व में एक और बड़ी घटना घट रही थी. और वो यह कि मध्य-पूर्व के दूसरे दो विरोधियों के बीच राजनयिक रिश्तों में बेहतरी हो रही थी. 10 मई को ईरान की सरकार ने पहली बार आधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि कर दी कि वो अपने अब तक के धुर विरोधी सऊदी अरब से बातचीत कर रहा है. क़रीब चालीस सालों तक दोनों देश अपने क्षेत्रीय प्रभाव को बनाए रखने के लिए एक दूसरे से मुक़ाबला करते रहे और मुस्लिम दुनिया पर इस्लाम की अपनी-अपनी शाखा की विचारधारा को थोपने की कोशिश करते रहे. सऊदी अरब और ईरान एक लंबे समय से एक दूसरे का विरोध करते रहें हैं, जिसे कुछ विशेषज्ञ मध्य-पूर्व में एक नए शीत-युद्ध का नाम देते हैं. ईरान और सऊदी अरब यमन, लेबनान और सीरिया में चल रहे गृह-युद्ध में अपने-अपने गुटों को समर्थन देते आए हैं.More Related News